श्रीलंका में भारत के उच्चायोग ने बृहस्पतिवार को स्थानीय मीडिया में आई उन खबरों और सोशल मीडिया की पोस्ट को “निराधार” बताकर खारिज कर दिया, जिनमें यहां भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वीजा जारी करने में गड़बड़ी के लिए एक “भारतीय कंपनी” को दोषी ठहराया गया था।
भारतीय उच्चायोग का बयान तब आया जब श्रीलंकाई अधिकारियों ने दावा किया कि उन्होंने बुधवार को कथित घटना के बाद भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (बीआईए) पर ‘आगमन पर वीजा’ काउंटरों का संचालन भारतीय फर्म से वापस ले लिया है।
भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा, “हमने कोलंबो के भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (बीआईए) में भारतीय कंपनियों द्वारा वीजा जारी करने का कार्य अपने हाथ में लेने के संबंध में सोशल मीडिया सहित अन्य खबरें और टिप्पणियां देखी हैं।”
मीडिया के सवालों के जवाब में कहा गया, “इन खबरों में उल्लिखित कंपनियां भारत-आधारित या भारतीय नहीं हैं और उनका मुख्यालय कहीं और है। इस परिप्रेक्ष्य में भारत का कोई भी संदर्भ बेबुनियाद है।” इससे पहले दिन में, श्रीलंकाई आव्रजन अधिकारियों ने दावा किया था कि उन्होंने कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘आगमन पर वीजा’ काउंटरों का नियंत्रण वापस ले लिया है।
आव्रजन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी जयसिंघे ने यहां ‘पीटीआई’ को बताया, “भारतीय कंपनी के चले जाने के बाद हमने परिचालन अपने हाथ में ले लिया। वे संचालन को सुचारू करने में असमर्थ थे, जिससे आगमन पर यात्रियों में नाराजगी थी।”