गर्मी बढ़ने के साथ ही दिल्ली में बिजली की मांग (Power Demand) बढ़ने लगी है। बीते कुछ दिनों से बिजली की मांग में बढ़ोतरी देखी जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की अधिकतम मांग 5,000 मेगावाट को पार कर चुकी है। इस साल गर्मियों में बिजली की मांग का पिछला रिकॉर्ड टूट सकता है।
मौसम विभाग ने इस साल ज्यादा गर्मी पड़ने की आशंका जाहिर की है। विभाग के अनुसार इस साल अधिकतम तापमान और लू के दिनों की संख्या ज्यादा रह सकती है।
दिल्ली में कितनी पहुंची बिजली की मांग?
राष्ट्रीय राजधानी में बीते कुछ दिनों से बिजली की मांग में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इन दिनों में दिल्ली में 3 से 4 बजे के बीच अधिकतम मांग दर्ज की जा रही है।
दिल्ली में आज दिन में 3 बजकर 35 मिनट पर बिजली की अधिकतम मांग 5,148 मेगावाट दर्ज की गई। जो इस साल की अब तक की सबसे अधिक मांग है। बुधवार को यह आंकड़ा 4,930 मेगावाट था। इस तरह एक दिन में बिजली की अधिकतम मांग में करीब 4.5 फीसदी इजाफा हुआ है। रविवार को बिजली की अधिकतम मांग 4,578 मेगावाट थी।
इस साल बिजली की मांग का क्या है अनुमान?
दिल्ली में बिजली की मांग के आंकड़े रखने वाली दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड (DTL) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस साल गर्मी ज्यादा पड़ने का अनुमान लगाया गया है। ऐसे में दिल्ली में बिजली के पिछले रिकॉर्ड टूट सकते हैं और अधिकतम मांग पहली बार 8,000 मेगावाट पार कर सकती है।
पिछले साल दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 7,438 मेगावाट थी, जबकि बिजली की अधिकतम मांग का अब तक का रिकॉर्ड 7,695 मेगावाट का है, जो 2022 में बना था। अधिकारी ने कहा कि इस साल आज सबसे अधिक बिजली की मांग दर्ज की गई। लेकिन मांग बढ़ने का बिजली की आपूर्ति पर कोई असर नहीं पड़ा और ना ही बिजली कटौती करनी पड़ी।
डिस्कॉम की क्या है तैयारी
दिल्ली में बीएसईएस (BSES) और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन (TPDDL) डिस्कॉम कंपनियां बिजली की आपूर्ति करती हैं। बीएसईएस डिस्कॉम के एक अधिकारी ने बताया कंपनी ने बिजली संभावित मांग की पूर्ति करने के लिए लंबी व छोटी अवधि के समझौते किए हैं।
बीएसईएस डिस्कॉम की बिजली की अधिकतम मांग करीब 5,500 मेगावाट रह सकती है। TPDDL ने भी बिजली की बढ़ने वाली मांग की पूर्ति के इंतजाम कर लिए हैं।