विदेशी ब्रोकरेज नोमूरा ने एक नोट में कहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दर कटौती एशिया के बाजारों के लिए सकारात्मक होगी। हालांकि पिछड़ते बाजार ज्यादा बढ़त हासिल करेंगे। नोमूरा ने मलेशिया व इंडोनेशिया को अपग्रेड किया है जबकि चीन को डाउनग्रेड। ब्रोकरेज ने भारत पर अपना ओवरवेट रुख बरकरार रखा है।
नोमूरा के रणनीतिकार चेतन सेठ ने एक नोट में लिखा है कि मुझे लगता है कि अपेक्षाकृत सुरक्षित ठिकाना वे बाजार और सेक्टर हो सकते हैं, जहां मारामारी कम है (आसियान के हिस्से) या फिर ज्यादातर देसी कारकों से बढ़ने वाले बाजार (भारत/आसियान) होंगे। ऐसे में निवेशकों को ज्यादा रक्षात्मक रहना होगा और उत्तर एशिया जैसे एशियाई साइक्लिकल बाजारों से और निकासी करनी होगी।
दक्षिण पूर्व के एशियाई देशों का संगठन आसियन एशिया के 10 देशों का संगठन है, जिनमें इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपींस और थाइलैंड शामिल हैं। नोमूरा ने एमएससीआई एशिया (जापान को छोड़कर) इंडेक्स के मुकाबले भारत के लिए 100 आधार अंक के भारांक की सिफारिश की है। ब्रोकरेज घरेलू वृद्धि से जुड़े शेयरों (बैंक, इन्फ्रा, चुनिंदा दूरसंचार/कंज्यूमर) और चुनिंदा आईटी को लेकर सकारात्मक है।