निप्पॉन म्युचुअल फंड, मॉर्गन स्टैनली और एसबीआई म्युचुअल फंड हाल में हुए वेदांत के 1 अरब डॉलर के इक्विटी शेयर नियोजन में अग्रणी आवेदक रहे। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने यह बात बताई है। निप्पॉन फंड ने अपनी पांच योजनाओं के जरिये 775 करोड़ रुपये के शेयर यानी कुल इश्यू के 9.2 फीसदी हिस्से के लिए आवेदन किया।
मॉर्गन स्टैनली को 733 करोड़ रुपये का आवंटन मिला यानी इश्यू के आकार के 8.6 फीसदी के बराबर। एसबीआई फंड ने पात्र संस्थागत नियोजन में 670 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। अन्य बोलीदाताओं में सोसियाते जेनराली (7.4 फीसदी), कॉप्टहॉल (5.3 फीसदी) और आईसीआईसीआई फंड (5.2 फीसदी) शामिल हैं। सॉवरिन वेल्थ फंड अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने भी क्यूआईपी में हिस्सा लिया।
वेदांत ने 440 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 19.31 करोड़ शेयर क्यूआईपी के जरिये जारी कर करीब 1 अरब डॉलर यानी 8,500 करोड़ रुपये जुटाए। शुक्रवार को बंद हुए क्यूआईपी को पेशकश के मुकाबले करीब तीन गुना ज्यादा बोली मिली। शेयर बिक्री को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों, म्युचुअल फंडों, बीमा कंपनियों और अन्य संस्थागत निवेशकों से बोली मिली।
वेदांत के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि क्यूआईपी को मिली शानदार प्रतिक्रिया हमारी कंपनी पर वैश्विक निवेशक समुदाय के बड़े भरोसे को बताती है। अहम खनिज और ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को सुनिश्चित करने के साथ हम नजदीकी से जुड़े हुए हैं।