पंजाब में बाढ़ से 540 गांव पूरी तरह से प्रभावित हैं। रोपड़ जिले के 64 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। रोपड़ को छोड़कर जिन सात जिलों में बाढ़ आई हैं, उससे वहां 550 करोड़ रुपये की हानि का अनुमान लगाया गया है।
पंजाब के वित्तीय और बाढ़ नियंत्रण आयुक्त रोमिला दुबे ने कहा है कि बाढ़ की वजह से 75 से 80 हजार हेक्टेयर जमीन पर फसल बर्बाद हो गई है। बाढ़ के कारण धान की फसल काफी बर्बाद हो गई है। हालांकि अब राज्य की विभिन्न नदियों में जल स्तर घट रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में धान की फसल काफी मात्रा में होती है। किसान अपनी पूरी लागत इस फसल को उगाने में लगा चुके हैं। लेकिन बाढ़ की विभीषिका में फसल बर्बाद होने से उनकी आर्थिक स्थिति नाजुक हो गई है। इसलिए केंद्र सरकार को कम से कम 15 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से इन किसानों को सहायता देनी चाहिए।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बाढ़ की वजह से 2400 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित जिलों की मदद के लिए बाढ़ राहत कोष से 22 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। अगले 6 करोड़ की सहायता राशि भी देने की प्रक्रिया शुरु हो गई है।
राज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने केंद्र के रवैये पर क्षोभ प्रकट किया है और मांग की है कि केंद्र सरकार को बाढ़ की स्थिति का वास्तविक जायजा लेकर सहायता पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।