India vs Germany hockey semifinal: भारत के प्रमुख डिफेंडर और फर्स्ट रशर अमित रोहिदास (Amit Rohidas) जर्मनी के खिलाफ मंगलवार को होने वाले ओलंपिक पुरुष हॉकी सेमीफाइनल में नहीं खेल पाएंगे।
क्वार्टर फाइनल में लाल कार्ड दिखाए जाने के कारण उनके एक मैच के निलंबन के खिलाफ देश की अपील को अंतरराष्ट्रीय संस्था एफआईएच ने खारिज कर दिया है।
16 की जगह अब 15 खिलाड़ी हो होंगे उपलब्ध
इसका मतलब है कि भारत के पास अब इस बड़े मुकाबले के लिए केवल 15 खिलाड़ी उपलब्ध होंगे, जो आठ बार की ओलंपिक चैंपियन टीम के लिए बड़ा झटका है।
इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (FIH ) ने आधिकारिक बयान में कहा, “4 अगस्त को भारत के ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ मैच के दौरान एफआईएच आचार संहिता के उल्लंघन के लिए अमित रोहिदास को एक मैच के लिए निलंबित कर दिया गया है।”
इस निलंबन का असर जर्मनी के खिलाफ भारत के सेमीफाइनल मैच पर पड़ेगा, जिसमें अमित रोहिदास भाग नहीं लेंगे और भारत केवल 15 खिलाड़ियों की टीम के साथ खेलेगा।
क्यों दिया गया रेड कार्ड?
बता दें कि रोहिदास को रविवार को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ अंतिम हूटर से लगभग 43 मिनट पहले और खेल शुरू होने के 17 मिनट बाद ही मैदान से बाहर भेज दिया गया था। दरअसल उनकी स्टिक अनजाने में ब्रिटेन के एक खिलाड़ी के लग गयी थी।
हालांकि, भारतीय फैन्स और कई पूर्व खिलाड़ियों ने इस कार्रवाई को गलत ठहराया है और इसे भारत के साथ पक्षपाती निर्णय बताया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पहले तो रोहिदास को रेड कार्ड नहीं मिलना चाहिए था और उन्हें अनजाने में हुई गलती के लिए 10 मिनट का सस्पेंशन दिया जा सकता था।
रोहिदास के नहीं खेलने से क्या पड़ेगा असर?
बता दें रोहिदास न केवल भारतीय हॉकी टीम के प्रमुख डिफेंडर है बल्कि फर्स्ट रशर भी हैं। फर्स्ट रशर वो होता है जो पेनल्टी कार्नर के दौरान सबसे पहले आगे की तरफ भागता है। ऐसे में रोहिदास का सेमीफाइनल मुकाबला नहीं खेलना भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका है और उनकी जगह भरना आसान नहीं होगा।