ओला इलेक्ट्रिक, एथर एनर्जी, टीवीएस और हीरो मोटो कॉर्प की वीडा ने फेम 2 योजना (Fame-2 Scheme) के तहत एक्स फैक्टरी मूल्य का उल्लंघन किया है। इन कंपनियों ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के साथ आने वाले ऑफ बोर्ड चार्जर के लिए ग्राहकों के लिए अलग से रुपये लिए थे।
भारी उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार चूक करने वाली कंपनियों ने 312.42 करोड़ रुपये का पूरा भुगतान कर दिया है लेकिन इसमें से ग्राहकों तक सिर्फ 183.15 करोड़ रुपये ही पहुंच पाए थे।
कंपनियों ने बाकी राशि एस्क्रो खाते में डाल दी और इस खाते का संचालन आईएफसीआई करती है। ग्राहकों को एस्क्रो खाते में जमा राशि वापस करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है। इस राशि को वापस करने में मूल उपकरण विनिर्माता (ओईएम) के सामने मुख्य समस्या ग्राहकों के बारे में जानकारी हासिल करना है।
ओईएम के सूत्र ने कहा, ‘हमारे पास ग्राहकों की जानकारियों की कमी है। कई ग्राहकों के ईमेल और फोन नंबर नहीं हैं। ऐसे में उनसे संपर्क करना मुश्किल हो गया है। लिहाजा हमने अंतिम तिथि करीब आने पर सरकार को धन वापस करने का विकल्प चुना है।’