निप्पॉन लाइफ इंडिया ऐसेट मैनेजमेंट ने वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के लाभ में पिछले साल की तुलना में 73 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया है और यह बढ़कर 343 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 24 में शुद्ध लाभ 1,106 करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 23 के लाभ से 53 प्रतिशत अधिक है।
चौथी तिमाही में परिचालन राजस्व 34 प्रतिशत बढ़कर 468 करोड़ रुपये हो गया। पूरे वित्त वर्ष के दौरान यह 22 प्रतिशत बढ़कर 1,643 करोड़ रुपये हो गया। इस तिमाही में कुल आय पिछले साल की तुलना में 45 प्रतिशत बढ़ी और वित्त वर्ष 24 के दौरान इसमें 34 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
कंपनी ने विज्ञप्ति में कहा कि वित्त वर्ष 24 के आखिर में उसकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम) 5.24 लाख करोड़ रुपये रहीं। 31 मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही में निप्पॉन इंडिया म्युचुअल फंड (एनआईएमएफ) की औसत एयूएम 4.31 लाख करोड़ रुपये रही जो पिछले साल के मुकाबले 47 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी के मुताबिक उसके म्युचुअल फंड के एयूएम में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत है। कंपनी का कहना है कि ‘बियॉन्ड द टॉप 30 शहरों’ (बी-30) से एनआईएमएफ का एयूएम 86,200 करोड़ रुपये रहा जो पिछली तिमाही की तुलना में नौ प्रतिशत का इजाफा है। यह एनआईएमएफ के एयूएम का 19.5 प्रतिशत है जबकि उद्योग के मामले में यह 17.9 प्रतिशत है।
इस बीच कंपनी के निदेशक मंडल ने 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए 11 रुपये प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है। इसके साथ, 2023-24 के लिए कुल लाभांश 16.50 रुपये प्रति शेयर हो गया जिसमें नवंबर 2023 में वितरित 5.50 रुपये का अंतरिम लाभांश भी शामिल है।