श्रीराम फाइनैंस (SFL) के बोर्ड ने सोमवार को वारबर्ग पिनकस (Warburg Pincus) को अपनी आवासीय वित्त सहायक इकाई श्रीराम हाउसिंग फाइनैंस लिमिटेड (एसएचएफएल) की बिक्री 4,630 करोड़ रुपये में किए जाने की योजना को मंजूरी प्रदान कर दी।
प्रख्यात वैश्विक निवेशक वारबर्ग पिनकस अपनी सहायक इकाई मैंगो क्रेस्ट इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के जरिये सभी विक्रेताओं से यह हिस्सेदारी खरीदेगी। कंपनी ने एक बयान में कहा है, ‘प्रस्तावित सौदे का मूल्य 4,630 करोड़ रुपये है।’ यह सौदा नियामकीय मंजूरियों के अधीन है।
एसएचएफएल में एसएफएल की नियंत्रक हिस्सेदारी है, जबकि निजी इक्विटी फर्म वैलिएंट पार्टनर्स एलपी (वैलिएंट), मॉरिशस की शेष भागीदारी है। इस सौदे के तहत, वैलिएंट भी वारबर्ग पिनकस को अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचेगी।
एसएफएल भारत की प्रख्यात एनबीएफसी में से एक है और वह पूरे भारत में 84 लाख ग्राहकों को वाणिज्यिक वाहन ऋण, दोपहिया ऋण और एमएसएमई ऋण जैसी सेवाएं मुहैया कराती है।
श्रीराम फाइनैंस के कार्यकारी वाइस-चेयरमैन उमेश रेवणकर ने कहा, ‘इस सौदे का मकसद एसएफएल और एचएचएफएल, दोनों के लिए अधिकतम मूल्य तैयार करना है, क्योंकि दोनों कंपनियां स्वतंत्र रूप से अपने दीर्घावधि विजन को पूरा करने पर जोर देती हैं। हम वारबर्ग पिनकस का स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि एसएचएफएल अपनी विरासत को आगे बढ़ाएगी वृद्धि के अगले चरण की दिशा में तेजी से बढ़ेगी।’
किफायती आवास खंड में भारत की प्रख्यात कंपनियों में से एक एसएचएफएल ने वृद्धि की मजबूत राह तैयार की है और भारतीय आवास वित्त उद्योग में बड़ा योगदान दिया है।
कंपनी ने पिछले चार साल के दौरान 56 प्रतिशत सीएजीआर की शानदार एयूएम वृद्धि दर दर्ज की। नया सौदा श्रीराम हाउसिंग फाइनैंस के लिए सफलता की राह में एक बड़ा कदम है।
सौदा पूरा होने के बाद, श्रीराम हाउसिंग फाइनैंस एक प्रमुख इकाई के तौर पर परिचालन करेगी और अपने हितधारकों के लिए मूल्य वृद्धि बरकरार रखेगी। प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी रवि सुब्रमण्यन के नेतृत्व में एसएचएफएल की मौजूदा प्रबंध टीम व्यवसायों का प्रबंधन करती रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘हाल के वर्षों में, एसएचएफएल ने एक खास व्यवसाय एवं मजबूत ब्रांड तैयार किया है जिससे भारतीय आवासीय वित्त क्षेत्र में विभिन्न ग्राहक जरूरतें पूरी करने के लिए सुगम और नए वित्तीय समाधान मुहैया कराने में मदद मिल रही है।’