लेखक : सुब्रत पांडा

आज का अखबार, बीमा, वित्त-बीमा

सामान्य एवं स्वास्थ बीमा कारोबार में उतरेगी एलआईसी!

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) सामान्य एवं स्वास्थ्य बीमा कारोबार में उतरने का मन बना रही है। इसकी जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि एलआईसी के पास सामान्य और स्वास्थ्य बीमा कारोबार में उतरने के लिए सभी संसाधन हैं। सूत्र ने कहा कि एलआईसी जीवन, सामान्य और स्वास्थ्य बीमा तीनों […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

परिसमापन मूल्य की 201 प्रतिशत वसूली

दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत सौंपी गई दबाव वाली इकाइयों का मूल्यांकन पहले ही बहुत खराब हो चुका है, ऐसे में स्वीकार किए गए दावों के साथ वास्तविक मूल्य की तुलना करना संभवतः समाधान प्रक्रिया की प्रभावशीलता का उचित संकेतक नहीं हो सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2021-22 की अपनी […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

बढ़ती उधारी लागत से खबरदार

गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) ने महामारी का सामना बेहतर तरीके से किया है और इससे उनके मुनाफे में सुधार हुआ है, लेकिन उन्हें उधारी की बढ़ती लागत से सचेत रहने की जरूरत है। महंगाई पर काबू पाने के लिए रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की सख्ती के कदमों के कारण इस समय उधारी की […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

त्योहार खत्म, क्रेडिट कार्ड से खर्च कम

त्योहारों का मौसम खत्म होने के कगार पर है। उपभोग गतिविधियों में भी मंदी आई है। इस कारण नवंबर में क्रेडिट कार्ड से खर्च 11 फीसदी कम होकर 1.15 लाख करोड़ रुपये रह गया है। हालांकि, यह लगातार नौवें महीने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़े दर्शाते […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

RuPay Credit Card: मार्च तक आ सकता है तीन प्रमुख बैंकों का रुपे क्रेडिट कार्ड

क्रेडिट कार्ड (Credit Card) जारी करने वाले देश के दिग्गज SBI कार्ड, ICICI बैंक और Axis बैंक मार्च तक ‘UPI फीचर वाले रुपे क्रेडिट कार्ड’ (RuPay Credit Card) जारी कर सकते हैं। इस मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा कि इस सुविधा से रोजाना लेनदेन का मूल्य मौजूदा 50 लाख रुपये रोजाना से बढ़ने […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

तय सीमा से ज्यादा खर्च किया कुछ ने

वित्त वर्ष 2022 के दौरान जीवन बीमा और गैर जीवन बीमा दोनों क्षेत्रों की कुछ बीमा कंपनियों ने बीमा नियामक के 2016 के दिशानिर्देशों में तय प्रबंधन की सीमा से अधिक व्यय किया है। भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) की ओर से 2021-22 के लिए जारी सालाना रिपोर्ट में यह सामने आया है। […]

आज का अखबार, बीमा, वित्त-बीमा, विशेष

‘बीमा वाहक‌’ की अवधारणा पर हो रहा विचार

देश में ऐसे लोगों की बड़ी तादाद है जो वित्तीय मदद और बीमा की सुविधाओं से वंचित हैं। इसे ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में कई तरह के बदलाव लाए जाने की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है। भारतीय बीमा नियामक विकास प्रा​धिकरण (आईआरडीएआई) के सदस्य (वित्त एवं निवेश) राकेश जोशी का कहना […]

आज का अखबार, बीमा, वित्त-बीमा, विशेष

BFSI Summit: नियामकीय फेरबदल से बदलेगी तस्वीर

बीमा नियामक द्वारा किए गए नियामकीय बदलाव और केंद्र के द्वारा बीमा कानून में संशोधन के प्रस्ताव से भारत के बीमा क्षेत्र में नई संभावनाओं का आगाज हो सकता है। बिज़नेस स्टैंडर्ड के बीएफएसआई इनसाइट समिट में शामिल हुए देश की सामान्य बीमा कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के सकारात्मक माहौल […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा, विशेष

BFSI SUMMIT: बैंकिंग सेवा देने वाली सभी इकाइयों के लिए समान नियमन जरूरी

नियामकीय दायरे से बाहर गैर-बैंकिंग इकाइयां उन मानकों और दिशा-निर्देशों के दायरे में शामिल नहीं हैं जो बैंकों से जुड़े हुए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर टी रबि शंकर ने बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई इनसाइट समिट में कहा कि बैंकिंग सेवा मुहैया कराने वाली इकाई बैंकों के समान नियमों के दायरे में आनी […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

नवंबर के दूसरे पखवाड़े में बैंक ऋण 17.5% और जमा 9.9% बढ़ी

बैंकों द्वारा दिया जाने वाला ऋण 2 दिसंबर 2022 को खत्म हुए पखवाड़े में 17.5 प्रतिशत बढ़कर 131.06 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इससे अर्थव्यवस्था में निरंतर जारी ऋण की मांग का पता चलता है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि जमा में पिछले साल की तुलना में 9.9 प्रतिशत बढ़ोतरी […]