लेखक : तमाल बंद्योपाध्याय

आज का अखबार, लेख

Union Budget 2024: बैंकिंग सुधार के लिए फिलहाल इंतजार, राजकोषीय मजबूती के लक्ष्य से नहीं भटकी सरकार

Budget 2024: वित्त वर्ष 2024-25 के बजट की एक विशेष बात यह रही है कि इसमें सरकार राजकोषीय मजबूती के लक्ष्य से नहीं भटकी है। राजकोषीय घाटे का अनुमान अंतरिम बजट के 5.1 प्रतिशत से घटाकर 4.9 प्रतिशत किया गया है। मगर सरकार ने अंतरिम बजट में प्रस्तावित पूंजीगत व्यय का अनुमान 11.1 लाख करोड़ […]

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बैंक फर्जीवाड़े के नित नए बदलते स्वरूप

दिल्ली के सीआर पार्क में रहने वाली 72 वर्षीया कृष्णा दासगुप्ता ने हाल ही में 83 लाख रुपये गंवा दिए, जब एक दिन उन्हें करीब 12 घंटे तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ का सामना करना पड़ा। डिजिटल हाउस अरेस्ट क्या है? यह एक ऐसा तरीका है जिसका इस्तेमाल साइबर अपराधी लोगों को उनके घरों में कैद कर […]

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बैंकिंग साख: बजट में बैंक निजीकरण पर बढ़ेगी सरकार?

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के प्रमुख दिनेश खारा मंगलवार को पेश होने वाले बजट में ब्याज आय पर कर राहत की हिमायत कर रहे हैं। लगभग सभी बैंकों के प्रमुख भी यही चाहते हैं। फिलहाल बैंकों को जमा पर अर्जित ब्याज पर टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) काटना पड़ता है। यह तब होता है जब […]

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बैंकिंग साख: भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के बदलते आयाम

भारतीय बैंक अब तक के सबसे मजबूत दौर में हैं। बैंकिंग उद्योग की संपत्ति गुणवत्ता के संदर्भ में यह उद्योग के लिए सबसे अच्छा वक्त है। कुल फंसे कर्ज यानी गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) वित्त वर्ष 2024 में 12 वर्ष के निचले स्तर पर पहुंच कर 2.8 प्रतिशत हो गईं। फंसे कर्ज के लिए अलग से […]

आज का अखबार, लेख

बैंकिंग साख: बॉन्ड बाजार ने हासिल किया नया मुकाम

जून के अंतिम कारोबारी दिन यानी शुक्रवार 28 जून को 10 वर्ष की परिपक्वता अवधि वाले 20,000 करोड़ रुपये मूल्य के सरकारी बॉन्ड (प्रतिभूतियों) की नीलामी में 267 बोलियां (कुल 47,776.500 करोड़ रुपये की) आईं। इस नीलामी में न्यूनतम यील्ड (कट-ऑफ) 7.0191 फीसदी रखी गई थी। द्वितीयक बाजार में उस सप्ताह अधिकांश कारोबारी दिवसों में […]

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बैंकिंग साख: आधारभूत परियोजना ऋण के मसौदा नियमों में हो सुधार

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 3 मई को आधारभूत परियोजनाओं के लिए ऋण आवंटन पर मसौदा प्रपत्र जारी किया था। आरबीआई के इन दिशानिर्देशों का उद्देश्य नियामकीय ढांचे को और मजबूत बनाना तथा बैंक, वित्तीय संस्थानों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) सहित ऋणदाताओं के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करना है। केंद्रीय बैंक ने 15 जून […]

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आधारभूत संरचना से जुड़ी समस्याओं का समाधान?

देश में 2021 में स्थापित विकास वित्त संस्थान, राष्ट्रीय अवसंरचना वित्त पोषण और विकास बैंक (नैबफिड) के चेयरमैन केवी कामत का केबिन मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स की द कैपिटल बिल्डिंग की 15वीं मंजिल पर मौजूद है और यहां से आईसीआईसीआई बैंक मुख्यालय थोड़ी ही दूरी पर है जिसका नेतृत्व उन्होंने 2009 तक किया था। […]

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बैंकिंग साख: राजनीति, एग्जिट पोल, बाजार और खुदरा निवेशक…

लोक सभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के नतीजों के दिन यानी 4 जून को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ‘शेयर बाजार घोटाले’ में सीधे शामिल थे। गांधी ने इसे शेयर बाजार का ‘सबसे बड़ा घोटाला’ करार दिया और संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से इसकी जांच कराने […]

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बैंकिंग साख: RBI की मौद्रिक नीति की पिच का आकलन कितना जरूरी

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति को क्रिकेट मैच की तरह समझने की कोशिश करते हैं। छह सदस्यों वाली आरबीआई की दर निर्धारण करने वाली समिति, मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) एक टीम की तरह है और आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास इसके कप्तान हैं। टेस्ट मैच से पहले कप्तान पिच का बारीकी से निरीक्षण […]

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बैंकिंग साख: क्या बरकरार रहेगा बैंकिंग क्षेत्र का उत्साह?

वित्त वर्ष 2024 में 26 सूचीबद्ध बैंकों की शुद्ध गैर-निष्पादित संपत्तियां (NPA) एक प्रतिशत से भी कम दर्ज की गई हैं। यह उपलब्धि हासिल करने वाले बैंकों में 14 निजी, 7 सार्वजनिक क्षेत्र के (PSB) और 5 लघु वित्त बैंक शामिल हैं। इस सूची में देश के शीर्ष तीन बैंक- भारतीय स्टेट बैंक (0.57 %), […]