Gold Demand: भारत में फिजिकल सोने की मांग इस हफ्ते कमजोर रही। घरेलू स्तर पर इस कमजोरी की दो वजहें रही। पहला, सोने की कीमतों में बढ़ोतरी और दूसरा शादियों का सीजन (wedding season) समाप्त होने से खरीदारों की रुचि में आई गिरावट। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सोने का सबसे ज्यादा उपभोग करने वाल देश चीन में प्रीमियम भी फिसल गया। इस सप्ताह भारतीय डीलर आधिकारिक घरेलू कीमतों (जिसमें 6% आयात शुल्क और 3% बिक्री कर शामिल है) पर प्रति औंस तकरीबन 31 डॉलर की छूट दे रहे थे, जो पिछले हफ्ते की 49 डॉलर तक की छूट से कम है।
एक निजी बैंक से जुड़े मुंबई के एक बुलियन डीलर ने कहा, “वेडिंग सीजन अब खत्म हो रहा है और मॉनसून भी शुरू हो गया है, इसलिए ज्वैलर्स को मौसमी तौर पर मांग में गिरावट की उम्मीद है। इसी वजह से वे अभी नए खरीदारों से दूर हैं।”
शुक्रवार को सोने की कीमतें करीब ₹94,900 प्रति 10 ग्राम के आसपास ट्रेड कर रही थीं। जबकि इसी महीने की शुरुआत में यह एक महीने के निचले स्तर ₹90,890 तक पहुंच गई थी।
चीन में इस हफ्ते बुलियन की ट्रेडिंग ग्लोबल बेंचमार्क स्पॉट प्राइस के मुकाबले या तो समान स्तर पर या अधिकतम 15 डॉलर प्रति औंस के प्रीमियम पर हुई, जबकि पिछले हफ्ते यह प्रीमियम 16 से 30 डॉलर के बीच था।
एक स्वतंत्र विश्लेषक रॉस नॉर्मन ने कहा, “शंघाई गोल्ड एक्सचेंज से निकासी इस साल के सबसे निचले स्तर तक आ गई है, जबकि पिछले कुछ हफ्तों में सोने का आयात असाधारण रूप से ज्यादा रहा है। इससे संकेत मिलता है कि फिलहाल चीनी घरेलू बाजार में स्टॉक अधिक हो गया है।”
हांगकांग जनगणना और सांख्यिकी विभाग के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में हांगकांग के जरिए चीन का कुल सोने का आयात मासिक आधार पर लगभग तीन गुना बढ़ गया और यह पिछले एक साल से ज्यादा समय में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया।
इनप्रोव्ड में प्रेशियस मेटल्स ट्रेडर ह्यूगो पास्कल ने कहा, “SHFE (शंघाई फ्यूचर्स एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होने के बावजूद सोने पर बुलिश दांव हावी बने हुए हैं।” हांगकांग में सोना 0.30 डॉलर से 1.30 डॉलर प्रति औंस के प्रीमियम पर बेचा गया, जबकि सिंगापुर में इसकी ट्रेडिंग ग्लोबल प्राइस के बराबर से लेकर 2.50 डॉलर तक के प्रीमियम पर हुई। जापान में सोना 0.50 डॉलर के प्रीमियम पर बेचा गया।