भारत ने चालू विपणन सत्र (marketing season) में चार जनवरी तक 16.92 लाख टन चीनी का निर्यात किया है, जिसमें पड़ोसी देश चीन को 59,596 टन चीनी का निर्यात भी शामिल है। उद्योग निकाय एआईएसटीए (AISTA) ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ (एआईएसटीए) ने एक बयान में कहा कि अक्टूबर 2022 से शुरू हुए चीनी विपणन सत्र में भारत ने बांग्लादेश को 1.47 लाख टन और श्रीलंका को 82,462 टन चीनी का निर्यात किया है। चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से शुरू होकर सितंबर तक चलता है।
सरकार ने विपणन वर्ष 2022-23 में मई तक 60 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दी हुई है।
एआईएसटीए के मुताबिक, चीनी मिलों ने मौजूदा सत्र में एक अक्टूबर, 2022 से चार जनवरी तक कुल 16,92,751 टन चीनी का निर्यात किया है। अभी 3.47 लाख टन से अधिक चीनी का लदान होना है जबकि 2.54 लाख टन चीनी रिफाइनरियों को वितरित की गई है।
अब तक किए गए कुल निर्यात में से अधिकतम 1.70 लाख टन का निर्यात सोमालिया को किया गया है। उसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को 1.69 लाख टन, जिबूती को 1.50 लाख टन और सूडान को 1.37 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया है।
एआईएसटीए ने कहा कि भारत ने मौजूदा विपणन सत्र में चार जनवरी तक मलेशिया को 1.36 लाख टन, इंडोनेशिया को 1.18 लाख टन और सऊदी अरब को 1.08 लाख टन का निर्यात किया है।
दुनिया के प्रमुख चीनी उत्पादक देशों में से एक भारत ने विपणन वर्ष 2021-22 में 1.12 करोड़ टन चीनी का निर्यात किया था। वहीं मौजूदा सत्र में चीनी का कुल उत्पादन 3.58 करोड़ टन रहने का प्रारंभिक अनुमान लगाया गया है।