लेखक : शिवा राजौरा

आज का अखबार, भारत, विविध, शिक्षा

‘अंकों के नॉर्मलाइजेशन के लिए हो समान नीति’

राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग (एनएससी) के चेयरमैन राजीव लक्ष्मण करंदीकर ने सरकार से परीक्षाओं के नॉर्मलाइजेशन और नेगेटिव मार्किंग के लिए एक समान नीति लाने का अनुरोध किया है। इससे देश भर में प्रवेश और भर्ती परीक्षाओं में भाग लेने वाले लाखों अभ्यार्थियों को लाभ हो सकता है। रविवार को 19वें राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के मौके […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

परिधान के लिए अलग पीएलआई होगी, गिरिराज सिंह ने बताए सरकारी प्लान

केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने उद्योग भवन में अपने कार्यालय में शिवा राजौरा और असित रंजन मिश्र से खास बातचीत में श्रम बहुल कपड़ा उद्योग में बदलाव लाने के लिए सरकार द्वारा की जा रही पहल पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि तकनीकी के साथ-साथ नए जमाने के कपड़े तैयार करने पर […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

फरवरी 2026 से शुरू होगा घरेलू आय सर्वेक्षण, ग्रामीण-शहरी परिवारों की औसत आय का होगा आकलन

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय अगले साल फरवरी से घरेलू आय सर्वेक्षण (एचआईएस) शुरू करने के लिए तैयार है। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री राव इंद्रजित सिंह ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कि इस सर्वेक्षण का उपयोग ग्रामीण एवं शहरी परिवारों की औसत आय की गणना में किया जाएगा। सिंह ने एक खास बातचीत में […]

अन्य समाचार

जून में भारत के निजी क्षेत्र ने पकड़ी रफ्तार, HSBC फ्लैश PMI बढ़कर 61 पर पहुंचा; लगातार 47वें महीने 50 के पार

भारत के निजी क्षेत्र का उत्पादन जून में सर्वाधिक तेजी से बढ़ा। निजी सर्वे के सोमवार को जारी आंकड़े के अनुसार निजी क्षेत्र का उत्पादन कुल नए ठेकों और अंतरराष्ट्रीय बिक्री के कारण तेजी से बढ़ा था। एसऐंडपी ग्लोबल द्वारा संकलित एचएसबीसी फ्लैश इंडिया कंपोजिट पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) जून में बढ़कर 61 हो गया […]

अर्थव्यवस्था, समाचार

PMI data: जून में भारत की प्राइवेट कंपनियों की ग्रोथ सबसे तेज़, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर ने पकड़ी रफ्तार

जून 2025 में भारत के प्राइवेट सेक्टर (यानि निजी कंपनियों) ने बीते 14 महीनों की सबसे तेज़ ग्रोथ दिखाई है। इसकी वजह रही नए घरेलू और इंटरनेशनल ऑर्डर्स में तेज़ बढ़ोतरी। HSBC और S&P Global द्वारा किए गए सर्वे (Flash India Composite PMI) में यह जानकारी सामने आई है। PMI बढ़कर 61 पहुंचा India Composite […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

बिजली और उर्वरक उत्पादन में गिरावट, मई में बुनियादी उद्योगों की ग्रोथ 9 माह के निचले स्तर पर

भारत के आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा उद्योगों की उत्पादन वृद्धि मई में कम होकर 0.7 फीसदी रह गई, जो बीते नौ महीने में सबसे कम है। अप्रैल में यह आंकड़ा 1 फीसदी था और आधे क्षेत्रों के उत्पादन में इस बार काफी गिरावट आई है। पिछले नौ महीनों में पहली बार बिजली उत्पादन में गिरावट […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, भारत

2047 तक विकसित भारत की राह में सांख्यिकी मंत्रालय बनेगा डेटा आधारित नीति निर्माण की रीढ़: राव इंद्रजित सिंह

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजित सिंह मानते हैं कि 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिहाज से आंकड़ों पर आधारित फैसले लेने में भारतीय सांख्यिकी प्रणाली सरकार की बहुत मदद करेगी। शिवा राजौरा से ईमेल पर बातचीत में उन्होंने मंत्रालय के कामकाज की जानकारी भी दी। मुख्य अंशः […]

अंतरराष्ट्रीय, आज का अखबार, भारत

ILO के सुरक्षा प्रस्ताव पर भारत की चिंता, बोला- हर जगह लागू करना संभव नहीं

भारत ने श्रमिकों की ‘सार्वभौम सुरक्षा’ के प्रावधान पर अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) को आगाह किया है। भारत ने कहा है कि यह प्रावधान चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आईएलओ ने हाल में कार्य स्थलों पर अनियंत्रित जैविक खतरे से श्रमिकों को बचाने के लिए एक संधि तैयार की है जिसमें सार्वभौम सुरक्षा का जिक्र है। […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, कमोडिटी

सोना महंगा होने से बढ़ रही मुख्य मुद्रास्फीति

भले ही खुदरा महंगाई मई में 75 महीने के निचले स्तर 2.8 फीसदी पर पहुंच गई मगर वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण सोने की बढ़ी कीमतों से मुख्य उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई लगातार चौथे महीने बढ़ी है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अपने नोट में यह जानकारी दी है। उसने अपने नोट में कहा, ‘खाद्य […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, ताजा खबरें, भारत, राजनीति

मई में बेरोजगारी दर बढ़ी, 5.6 फीसदी हुई

मई में बेरोजगारी दर बढ़कर 5.6 फीसदी हो गई, जो अप्रैल में 5.1 फीसदी थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा सोमवार को जारी आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण के हालिया आंकड़ों से इसका खुलासा हुआ है। सर्वेक्षण से पता चला है कि मई में कम लोगों ने काम तलाशा। साप्ताहिक स्थिति के हिसाब से ग्रामीण क्षेत्रों के […]