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शेयरों से जुटाएगी 2,535 करोड़ रु. केयर्न

Last Updated- December 05, 2022 | 4:39 PM IST


ब्रिटिश तेल एवं गैस कंपनी केयर्न एनर्जी की भारतीय इकाई केयर्न इंडिया ने मलयेशिया की तेल एवं गैस कंपनी पेट्रोनास और सिंगापुर स्थित निजी इक्विटी फर्म ओरिएंट ग्लोबल टैमरिंड फंड के साथ निजी भागीदारी के आधार पर शेयर आवंटित कर 2,534 करोड़ 60 लाख रुपए जुटाने की योजना बनाई है।


 


केयर्न अपनी 69 प्रतिशत की कुल भागीदारी में से 5.37 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी। पेट्रोनास इस कंपनी में 224.30 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 6.33 करोड़ शेयरों की खरीद करेगी। इस खरीद के बाद कंपनी में पेट्रोनास की हिस्सेदारी बढ़ कर 12.7 प्रतिशत हो जाएगी।


 


 पेट्रोनास ने इससे पहले इस कंपनी में 10 प्रतिशत की भागीदारी हासिल की थी। कंपनी का बाजार पूंजीकरण जनवरी, 2007 में इसके सूचीबद्ध होने के समय 24,464 करोड़ रुपये था। वहीं सिंगापुर स्थित ओरिएंट ग्लोबल टैमरिंड फंड इसी कीमत के हिसाब से 4.97 करोड़ शेयरों की खरीद करेगा। इन शेयरों की खरीद के साथ ही ओरिएंट ग्लोबल टैमरिंड फंड की केयर्न इंडिया में 2.6 प्रतिशत की भागीदारी हो जाएगी। ये शेयर आवंटन तिथि से एक साल की अवधि के लिए होंगे।


 


केयर्न इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल धीर ने कहा, ‘कंपनी द्वारा 2009 में राजस्थान से तेल के व्यावसायिक उत्पादन की उम्मीद है। निजी नियोजन से कंपनी को अपनी निवेश योजनाओं के कार्यान्वयन और संचालन में मदद मिलेगी। राजस्थान के मंगला में 2004 में केयर्न का तेल संचालन बंद हो गया था और अगले वर्ष इस ब्लॉक में उत्पादन शुरू किए जाने की योजना है।


 


 सरकार संचालित तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) भी इस उद्यम में केयर्न की भागीदार है। केयर्न इंडिया ने राजस्थान में 600 किलोमीटर की पाइपलाइन के निर्माण पर लगभग 2000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। यह पाइपलाइन राजस्थान में अपने सबसे बड़े क्षेत्रों से प्रति दिन 150,000 बैरल कच्चे पदार्थों की क्षमता से लैस होगी।


 


सिटीगु्रप इंक. में निवेश बैंकिंग के उपाध्यक्ष राहुल सराफ ने कहा, ‘कोष का इस्तेमाल अन्वेषण गतिविधियों पर किया जाएगा।राहुल सराफ ने ही शेयरों की बिक्री की कीमत तय की है। शेयर बिक्री कीमत 14 मार्च को केयर्न इंडिया की क्लोजिंग प्राइस से 1.8 प्रतिशत कम है। इस बिक्री में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से भी मदद मिली है। अप्रैल की डिलीवरी के लिए कच्चे तेल की कीमतों में 1.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ यह न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज पर इलेक्ट्रॉनिक कारोबार में 111.80 डॉलर प्रति बैरल है जो 1983 में कारोबार की शुरूआत के बाद सर्वाधिक है।

First Published - March 18, 2008 | 1:10 AM IST

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