गैर जीवन बीमाकर्ताओं के प्रीमियम में जुलाई महीने में सालाना आधार पर 19.46 फीसदी की रिकॉर्ड वृद्घि दर्ज की गई है। गैर जीवन बीमाकर्ताओं में सामान्य बीमाकर्ता, एकल स्वास्थ्य बीमाकर्ता शामिल होते हैं। जुलाई महीने में गैर-जीवन बीमाकर्ताओं ने 20,171.15 करोड़ रुपये का प्रीमियम हासिल किया जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में 16,885 करोड़ रुपये का प्रीमियम प्राप्त हुआ था। इन बीमाकर्ताओं की कुल संख्या 33 है। अप्रैल से जुलाई के मध्य बीमाकर्ताओं का प्रीमियम 15.49 फीसदी बढ़कर 64,607.25 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि यह 55,939.85 करोड़ रुपये रहा था।
सामान्य बीमाकर्ता मोटर, स्वास्थ्य, फसल, अग्नि, समुद्र और अन्य खंडों में शामिल जोखिमों को कवर करते हैं। सामान्य बीमाकर्ताओं का प्रीमियम जुलाई महीने में सालाना आधार पर 17.61 फीसदी उछलकर 16,469.20 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो एक वर्ष पहले 14,003.81 करोड़ रुपये रहा था। इसके अलावा इस वर्ष जुलाई तक उनका प्रीमियम 12.9 फीसदी बढ़कर 56,280.58 करोड़ रुपये रहा।
दूसरी ओर एकल स्वास्थ्य बीमाकर्ताओं ने जुलाई में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले प्रीमियम में 27.49 फीसदी की वृद्घि दर्ज की। ऐसा महामारी के बाद स्वास्थ्य उत्पादों की जबरदस्त मांग के कारण संभव हुआ है। वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में स्वास्थ्य बीमा के प्रीमियमों में सालाना आधार पर 31 फीसदी की उछाल आई और यह 17,497 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं खुदरा स्वास्थ्य प्रीमियम में 33 फीसदी और समूह स्वास्थ्य प्रीमियम में 23 फीसदी की वृद्घि नजर आई। वहीं चालू वित्त वर्ष में जुलाई तक एकल स्वास्थ्य बीमाओं के प्रीमियम में 46.11 फीसदी की जबरदस्त उछाल दर्ज की गई और यह 5,975.52 करोड़ रुपये रहा। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 4,089.81 करोड़ रुपये रहा था।
स्वास्थ्य खंड में अच्छी खासी वृद्घि होने के बावजूद सामान्य और एकल स्वास्थ्य बीमाकर्ता दोनों के नुकसान के अनुपातों पर असर हुआ है। इसकी वजह यह है वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में महामारी की दूसरी लहर आने के कारण कोविड संबंधी दावों में असामान्य गति से वृद्घि हुई। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बीमाकर्ताओं को 10 लाख से अधिक कोविड संबंधी दावे मिले जो वित्त वर्ष 2021 की समूची अवधि में मिले दावों से अधिक है। इसी से महामारी की दूसरी लहर की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सामान्य बीमा परिषद के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 में अब तक सामान्य और एकल स्वास्थ्य बीमाकर्ताओं को 12.2 लाख कोविड संबंधी दावे मिले जिसमें से उन्होंने 9,44,537 दावों का निपटारा कर दिया है। इसके लिए उन्हें 9,178 करोड़ रुपये का भुगतान करना पड़ा है। वित्त वर्ष 2021 में उन्हें 9,86,366 कोविड दावे मिले थे और उन्होंने 8,49,034 दावों का निपटारा किया था। तब उन्होंने 7,833 करोड़ रुपये का भुगतान किया था।