Economic Survey 2024: इकनॉमिक सर्वे 2023-24 के अनुसार भारत शोध एवं विकास (R&D) में तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन इस पर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के मुकाबले देश का खर्च चीन, अमेरिका और इजराइल जैसे देशों की तुलना में बहुत कम है। इकनॉमिक सर्वे में कहा गया है कि R&D में निजी क्षेत्र का योगदान भी कम है।
सोमवार को संसद में पेश किए गए दस्तावेज के अनुसार, जीईआरडी (आरएंडडी पर सकल व्यय) को अनुसंधान नतीजों में बेहतर ढंग से बदलने के लिए उच्च शिक्षा, उद्योग और अनुसंधान के बीच संबंध को मजबूत करना चाहिए। इकनॉमिक सर्वे में यह भी कहा गया कि भारत में संस्थान तकनीक विकसित करते हैं, लेकिन लोगों के लाभ के लिए प्रयोगशाला से समाज तक पहुंचने की उनकी दर कम है।
Also read: Economic Survey 2024: देश में 2030 तक सालाना 78.5 लाख नौकरियों का सृजन करने की जरूरत
इसमें कहा गया, ‘‘भारत R&D में तेजी से प्रगति कर रहा है, वित्त वर्ष 2019-20 में 25,000 से कम पेटेंट मंजूरी की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 में लगभग एक लाख पेटेंट दिए गए हैं।’’
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) के आंकड़ों का हवाला देते हुए इकनॉमिक सर्वे में कहा गया है कि भारत ने 2022 में पेटेंट दाखिल करने में सबसे अधिक वृद्धि (31.6 प्रतिशत) दर्ज की। जीआईआई (2023) के अनुसार, भारत ने 2015 में 81वें स्थान से 2023 में 40वें स्थान पर पहुंचने में कामयाबी हासिल की।