facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

2009-10 के मध्य से अर्थव्यवस्था में सुधार होगा : रंगराजन

Last Updated- December 10, 2022 | 8:37 PM IST

भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सी रंगराजन ने कहा कि फिलहाल वैश्विक नरमी के असर को झेल रही भारतीय अर्थव्यवस्था में वित्तीय वर्ष 09-10 की दूसरी छमाही में सुधार दिखेगा।
आरबीआई के पूर्व प्रमुख सी रंगराजन ने कहा वित्तीय वर्ष 2009-10 की दूसरी छमाही के दौरान अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिखेंगे। अर्थव्यवस्था में स्पष्ट सुधार 2010-11 में दिखेगा।
वित्त वर्ष 2010-11 तक वैश्विक अर्थव्यवस्था और विशेष तौर पर विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाएं भी विकास के मार्ग पर होंगी। यहां उद्यमी विकास संस्थान (ईडीआई) के एक कार्यक्रम में भाग लेने आए रंगराजन ने कहा कि सरकार को राजस्व घाटे में कटौती की योजना बनानी चाहिए।
हालांकि उन्होंने सरकार के व्यय बढ़ाने की पहल का उचित ठहराया क्योंकि इससे मांग बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा नरमी के दौरान सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सार्वजनिक व्यय बढ़े। 
बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बारे में पूछने पर रंगराजन ने कहा आरबीआई द्वारा रेपो और रिवर्स रेपो दरों में कटौती किए जाने की संभावना है।

First Published - March 19, 2009 | 6:20 PM IST

संबंधित पोस्ट