भारत जैसे बड़े और उभरते बाजार वाले देश के लिए मुद्रा प्रबंधन एक पेचीदा काम है क्योंकि यहां चालू खाते का घाटा (सीएडी) निरंतर बना रहता है। चूंकि भारत शेष विश्व से बड़े पैमाने पर पूंजी जुटाता है इसलिए वैश्विक वित्तीय परिस्थितियों में अचानक बदलाव काफी अस्थिरता पैदा करने वाला हो सकता है। ऐसे में […]
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तकरीबन तीन वर्ष पहले मोदी सरकार ने कॉर्पोरेशन कर का नया ढांचा पेश किया था। शुक्रवार 20 सितंबर, 2019 को यानी कोविड महामारी से स्वास्थ्य व्यवस्था और अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होने के कुछ माह पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कॉर्पोरेशन कर दरों में भारी कटौती की घोषणा की थी ताकि अर्थव्यवस्था में नजर […]
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महामारी के दौरान, उसके बाद के सुधार तथा उसके पश्चात के दौर में यानी 2020 से लेकर 2022 तक तथा अगर 2023 के परिदृश्य को भी ध्यान में रखा जाए तो किस अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है? अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण को लेकर प्रस्तुत ताजा तिमाही आंकड़ों पर नजर […]
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बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी लगातार दूसरे दिन आज 1 फीसदी से अधिक चढ़कर बंद हुए। इस तरह सेंसेक्स ने अगस्त, 2021 और निफ्टी ने नवंबर, 2020 के बाद जुलाई में ही सबसे अच्छी मासिक बढ़ोतरी दर्ज की है। बेलगाम महंगाई पर काबू के लिए फेडरल रिजर्व द्वारा लगातार दूसरे महीने ब्याज दरों में 75 आधार […]
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चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में केंद्र का राजकोषीय घाटा 3.52 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पूरे वित्त वर्ष के लक्ष्य 16.6 लाख करोड़ रुपये का 21.2 फीसदी है। सरकार का पूंजीगत बढ़ने और राजस्व प्राप्तियां घटने से राजकोषीय घाटे पर असर पड़ा है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में केंद्र का […]
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भारत की कुछ शीर्ष कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने जून तिमाही के नतीजों के बीच सतर्क रहने के लिए चेताया है। उनका कहना है कि वैश्विक मंदी के बीच नरमी की आशंकाएं वास्तविक हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने वैश्विक आर्थिक वृद्धि अनुमान को 2022 के लिए घटाकर 3.2 फीसदी और 2023 के लिए 2.9 […]
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भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप के कारण बैंकिंग व्यवस्था में अतिरिक्त नकदी उल्लेखनीय रूप से कम हो गई है। ट्रेजरी अधिकारियों ने कहा कि पिछले 2 दिनों में इंटरबैंक काल मनी रेट रिजर्व बैंक के ब्याज दर गलियारे की ऊपरी सीमा पर पहुंच गया है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) खाते से […]
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अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा प्रमुख मानक ब्याज दर में 75 आधार अंक (बीपीएस) की बढ़ोतरी किए जाने के बाद भारत को चालू वित्त वर्ष में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर और चालू खाते के घाटे (सीएडी) के मोर्चे पर कुछ राहत मिल सकती है। इक्रा में मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ‘अगर […]
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देसी इक्विटी में विदेशी निवेश को लेकर मुश्किल भरे दिन जल्द ही पीछे छूट जाने की संभावना है, ऐसा विश्लेषकों का मानना है। उन्हें उम्मीद है कि भारत समेत उभरते बाजारों में विदेशी निवेशक लौटेंगे क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व समेत वैश्विक केंद्रीय बैंक महंगाई पर लगाम कसने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी के मामले […]
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ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जुलाई 2022, उपभोक्ता धारणा में मार्च 2022 से चले आ रहे चिंतित करने वाले रुझान को बदलने वाला है। उपभोक्ता धारणा सूचकांक (आईसीएस) बीते चार महीनों से गति खो रहा है। फरवरी में 5 फीसदी की तेजी के बाद आईसीएस वृद्धि दर मार्च, अप्रैल और मई 2022 में गिरी। […]
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