facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

पेरिस में रकम जुटाने के तरीकों पर बात

यह सम्मेलन फ्रांस, बारबाडोस और भारत द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है।

Last Updated- June 21, 2023 | 10:22 PM IST
Finance Minister Nirmala Sitharaman

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को पेरिस रवाना हुईं, जहां वह नए वैश्विक वित्तपोषण समझौते के लिए आयोजित बैठक में भाग लेंगी। यह बैठक अब से 2 दिन तक पेरिस में चलेगी। सीतारमण विभिन्न देशों के प्रमुखों, मंत्रियों और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों, वैश्विक वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधियों, निजी क्षेत्र और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगी, जिसमें बहुपक्षीय और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा होगी।

यह सम्मेलन फ्रांस, बारबाडोस और भारत द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का मकसद ब्रिटेन वुड्स सिस्टम की जगह नए वैश्विक वित्तपोषण के ढांचे की नींव तैयार करना है, जिससे जैव विविधता के संकट और विकास संबंधी चुनौतियों से निपटा जा सके और टिकाऊ विकास के लक्ष्यों को हासिल करने में सभी देशों की मदद की जा सके।

नए वैश्विक वित्तपोषण समझौते में एक ऐसा ढांचा स्थापित करने की मांग की जा रही है, जो ज्यादा संसाधनों का तेजी से इस्तेमाल करने और संभावित आर्थिक या भू राजनीतिक झटकों से बचाव करने में सक्षम हो। नोउवेआपैक्टफाइनैंसियर डॉट आर्ग के मुताबिक, ‘आने वाले महीनों में मजबूत और ज्यादा कुशल अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था आ सकती है।’

इसमें कहा गया है कि सितंबर के जी20 सम्मेलन और सीओपी 28 सम्मेलन में प्रमुख फैसले लिए जा सकते हैं। इसमें कहा गया है, ‘इस बीच यह काम करने और आम सहमति बनाने के लिए उपयोगी हो सकता है। इस हिसाब से सम्मेलन शुरुआती कदम हो सकती है, जिसमें प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा और संभावित विषयों की पहचान की जा सकती है।’

First Published - June 21, 2023 | 10:22 PM IST

संबंधित पोस्ट