facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

पांच साल का सबसे बुरा दौर

Last Updated- December 10, 2022 | 6:35 PM IST

दुनियाभर में चल रही मंदी की गर्म हवा से भारत की विकास दर भी झुलस गई है। 

इसकी पुष्टि तब हुई, जब शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों से खुलासा हुआ कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान यह पांच साल के निम्नतम 5.3 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई।
जबकि पिछले साल की समान अवधि में देश की विकास दर 8.9 फीसदी थी। चिंता की बात यह है कि लगातार दिए जा रहे प्रोत्साहन पैकेजों के बावजूद तीसरी तिमाही में सिर्फ सेवा क्षेत्र ने विकास दर के मामले में उम्मीद की किरण पैदा की अन्यथा अन्य सभी खंडों का प्रदर्शन खराब रहा।
हालांकि विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में हुई 0.2 फीसदी की गिरावट को प्रत्याशित ही माना जा रहा है क्योंकि अक्टूबर और दिसंबर में औद्योगिक उत्पादन गिरा था लेकिन कृषि उत्पादन में 2.2 फीसदी की कमी को लेकर खासी चिंता जताई जा रही है।
इससे पहले, चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने के दौरान अर्थव्यवस्था की विकास दर 6.9 फीसदी रही थी।

First Published - February 28, 2009 | 12:10 AM IST

संबंधित पोस्ट