रुझानों के हिसाब से ऐसा लगता है कि क्रेडिट कार्ड से खर्च में सुधार आया है, जबकि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण मई में मासिक आधार पर 7 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी।
हालांकि विश्लेषकों का अनुमान है कि तिमाही आधार पर क्रेडिट कार्ड खर्च वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाह में वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही के मुकाबले 8 फीसदी कम रहने के आसार हैं। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक दूसरी लहर का असर क्रेडिट कार्ड और अन्य भुगतानों पर पहली लहर की तुलना में काफी कम रहा और सुधार भी तेज रहा है।
अप्रैल की तुलना में गिरावट के बावजूद मई में क्रेडिट कार्ड से 54,700 करोड़ रुपये का खर्च वर्ष 2020 में अप्रैल से सितंबर तक के मासिक खर्च से अधिक रहा। इससे संकेत मिलता है कि दूसरी लहर का असर पहली लहर जितना अधिक नहीं रहा। अप्रैल में क्रेडिट कार्ड से खर्च 59,200 करोड़ रुपये रहा था। यह वर्ष 2020 में अप्रैल से सितंबर तक के मासिक खर्च से अधिक रहा। विश्लेषकों का अनुमान है कि क्रेडिट कार्ड से खर्च के लिहाज से मई की तुलना में जून बेहतर रहेगा। उनके इस अनुमान का आधार यह है कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) में जून में 12 फीसदी मासिक वृद्धि दर्ज की गई है, जिसमें मई में गिरावट दर्ज की गई थी। वहीं औसत दैनिक पीओएस (पॉइंट ऑफ सेल) ई-कॉमर्स खर्च 22 फीसदी बढ़कर 1,600 करोड़ रुपये रहा, जो मई में 1,300 करोड़ रुपये था।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘औसत पीओएस और ई-कॉमर्स खर्च के रुझानों के आधार पर हमारा अनुमान है कि जून 2021 में मई की तुलना में 22 फीसदी बढ़ोतरी रहेगी।’ क्रेडिट कार्ड खंड के दिग्गजों में एचडीएफसी बैंक नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक के बावजूद एक बड़ा हिस्सा और शायद बाजार का सबसे बड़ा हिस्सा रखने में सफल रहा है।