देश की सबसे बड़ी बिजली पारेषण कंपनी पावर ग्रिड कार्पोरेशन आफ इंडिया अब फाइबर आप्टिक नेटवर्क के व्यवसाय में उतरने वाली है।
कंपनी ने पहली बार अपने इस नेटवर्क को मनोरंजन कंपनियों को देने की योजना बनाई है।पावर ग्रिड के एक अधिकारी ने कहा कि हम आंध्र प्रदेश के साथ संयुक्त उद्यम बनाकर मनोरंजन के क्षेत्र में आने की योजना बना रहे हैं।
हम दो कंपनियों से बात कर रहे हैं, जिनके साथ बिजनेस की वास्तविक रूपरेखा तैयार किया जा सके। हालांकि उन्होंने कंपनियों का नाम बताने से इनकार किया है।
पॉवर ग्रिड अपने फाइबर नेटवर्क को टेलीविजन कांटेंट के लिए लीज पर देगी। अधिकारी ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य है कि अपने फाइबर ऑप्टिक्स नेटवर्क भरपूर फायदा उठाया जाए। जबसे हमारे प्रमुख विद्युत पारेषण व्यवसाय का निवेश पर लाभ दर 14 प्रतिशत हुआ है, हम उम्मीद करते हैं कि अन्य व्यवसायों के साथ जुड़ने पर आमदनी बढ़ेगी।
इस संयुक्त उद्यम के व्यवहार में आने में अभी तीन से चार महीने का वक्त लगेगा। इसके बाद अन्य राज्यों में भी इसके विस्तार की योजना बनाई जाएगी। पॉवर ग्रिड केपास इस समय 20,000 किलोमीटर फाइबर ऑप्टिक्स नेटवर्क है।
कंपनी ने अपने बैंडविड्थ को भारती एयरटेल, रिलायंस कम्युनिकेशंस और बीएसएनएल को लीज पर दिया है।यह भी योजना बन रही है कि कंपनी अपने 20,000 से अधिक टांसमिशन टावर्स को सेलुलर और मनोरंजन कंपनियों को दिया जाए। कंपनी के अधिकारी ने कहा कि हम अपने टॉवरों को किराए पर देने के लिए बड़ी दूरसंचार कंपनियों से बातचीत कर रहे हैं।
कंपनी ने अपने दूरसंचार व्यवसाय से 2007-08 में 125 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया है। यह 2006-07 के 77 करोड़ रुपये की आमदनी से 62 प्रतिशत ज्यादा है। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक आरपी सिंह ने हाल ही में कहा था कि हम 2010 तक दूरसंचार व्यवसाय से 300 करोड़ रुपये प्रतिसाल की आमदनी की योजना बना रहे हैं। कंपनी के अधिकारी ने कहा कि राजस्व का बड़ा हिस्सा मनोरंजन और संचार व्यवसाय से आने वाला है।