एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज (एसबीआई कार्ड्स) का शुद्धलाभ जून में समाप्त तिमाही में सालाना आधार पर 106 फीसदी की उछाल के साथ 627 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जिसे ब्याज आय में बढ़ोतरी व एम्पेयरमेंट नुकसान में कमी से सहारा मिला। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 305 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी का शेयर आज 4.67 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 930.25 रुपये पर बंद हुआ।
कंपनी की ब्याज इस अवधि में आय सालाना आधार पर 20 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,387 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,153 करोड़ रुपये रहा था। शुल्क व कमीशन आय सालाना आधार पर 40 फीसदी बढ़कर 1,538 करोड़ रुपये हो गई। कुल राजस्व 33 फीसदी की उछाल के साथ 3,263 करोड़ रुपये रहा। एम्पेयरमेंट नुकसान व फंसे कर्ज पर खर्च सालाना आधार पर 30 फीसदी घटकर 450 करोड़ रुपये रह गया, लेकिन क्रमिक आधार पर यह 15 फीसदी बढ़ा।
कंपनी का सकल एनपीए 2.24 फीसदी रहा, जो क्रमिक आधार पर 2 आधार अंक कम है। शुद्ध एनपीए भी इस दौरान 1 आधार अंक कम रहा। पहली तिमाही में कंपनी ने 9.02 लाख नए खाते जोड़े।
एसबीआई लाइफ का शुद्ध लाभ 18 फीसदी बढ़ा
निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी एसबीआई लाइफ का शुद्ध लाभ जून तिमाही में सालाना आधार पर 18 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ263 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जिसे सकल रिटन प्रीमियम में उछाल से सहारा मिला। पिछले साल की समान अवधि में बीमा कंपनी का शुद्धलाभ 223 करोड़ रुपये रहा था। क्रमिक आधार पर शुद्ध लाभ हालांकि करीब 60 फीसदी घट गया।
पीएनबी हाउसिंग का लाभ घटा
पीएनबी हाउसिंग फाइनैंस का जून में समाप्त तिमाही का शुद्ध लाभ 3.4 फीसदी घटकर 235 करोड़ रुपये रहा है। मूल ब्याज आय में गिरावट से कंपनी का मुनाफा नीचे आया है। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नैशनल बैंक द्वारा प्रवर्तित आवास ऋण कंपनी ने पिछले वर्ष समान तिमाही में 243 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
पीएनबी हाउसिंग ने शेयर बाजारों को दी जानकारी में कहा कि 2022-23 की पहली तिमाही में उसकी आय 1,412 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष की जून तिमाही में 1,693 करोड़ रुपये रही थी। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की ब्याज से प्राप्त आय 1,299 करोड़ रुपये रही जो पिछले वर्ष समान तिमाही में 1,611 करोड़ रुपये थी। शुद्ध ब्याज आय 33 फीसदी घटकर 370 करोड़ रुपये रह गई। पिछले वर्ष जून तिमाही में यह 550 करोड़ रुपये थी। इस दौरान परिचालन लाभ 24.3 फीसदी गिरकर 359 करोड़ रुपये रह गया। भाषा