अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द उत्तर प्रदेश में लोगों को अपने स्थानीय निकायों की जानकारी के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा। उन्हें यह जानकारी अपने ‘ई-पोथी’ इन्फॉर्मेशन कियोस्क पर ही मिल जाएगी।
इसे बनाया है अहमदाबाद की नमस्ते इंडिया कम्युनिकेशन प्रा. लिमिटेड (एनआईसीपीएल) ने। इसे लगाने के लिए कंपनी राज्य सरकार के साथ चर्चा कर रही है। साथ ही, वह इस कियोस्क को आंध्र प्रदेश में भी लगाने के लिए वहां की सरकार के साथ चर्चा कर रही है।
इस कियोस्क पर लोग-बाग मुफ्त में इंटरनेट सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही, उन्हें दूसरी तरह की सुविधा भी इसी कियोस्क से मिल जाएगी। लोग इसके जरिये रेलवे और दूसरी सरकारी वेबसाइटों पर सूचनाओं को खंगाल सकेंगे। इसके अलावा, इसके जरिये लोग को नगर निगमों की ऑफलाइन या इंटरनेट पर नहीं मौजूद सूचनाओं तक भी पहुंच सकेंगे।
इन कियोस्कों को एयरपोर्ट, अस्पतालों और पयर्टन स्थलों के आस-पास स्थापित किया जाएगा। इस तरह के एक कियोस्क को स्थापित करने में करीब दो लाख रुपये का खर्च आता है, जबकि उसे चलाने में 12 से 15 हजार रुपये का। एनआईसीपीएल के चैयरमैन प्रफुल लाखानी की मानें तो हरेक कियोस्क के जरिये कम से कम 4 लोगों को रोजगार मिल पाएगा। कंपनी का कहना है कि वह इन कियोस्कों पर कंपनियों का प्रचार करके कमाई करेगी।
दूसरी तरफ, इसने गुजरात के अहमदाबाद शहर में तो ऐसे कियोस्क लगाने का काम तो शुरू भी हो गया है। जल्द ही, इसे जामनगर, वडोदरा और सूरत में भी लगाया जाएगा। लखानी का कहना है कि,’यह पहली बार है, जब प्राइवेट सेक्टर की किसी कंपनी ने इतने बड़े पैमाने पर ऐसे कियोस्कों को लगाने और उनके रखरखाव की जिम्मेदारी उठाई है। अगले दो-तीन साल में हमने इस तरह 4000 ई-पोथी तो अकेले गुजरात में लगाने की योजना बनाई है।
शुरुआत में 500 ई-पोथी कियोस्क को अहमदाबाद में चरणबध्द तरीके से लगाया जाएगा।’ लखानी के मुताबिक इस परियोजना में एक-दो नहीं, बल्कि पूरे 80 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। उन्होंने कहा कि,’इन 4000 ई पोथी कियोस्कों से गुजरात में हम 17 हजार लोगों को रोजगार मुहैया करवा पाएंगे।’