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ब्रोकरेज कंपनियों पर भी गिरी मंदी की गाज

Last Updated- December 09, 2022 | 10:41 PM IST

आर्थिक मंदी और बाजार में कारोबार में भाड़ी गिरावट का खामियाजा ब्रोकरेज कंपनियों को भुगतना पड़ा है। मुंबई स्थित ब्रोकरेज फ र्म रेलीगेयर और असित सी मेहता फाइनैंशियल सर्विसेस का दिसंबर तिमाही का परिणाम निराशाजनक रहा है।


ब्रोकरेज कंपनियों के लिए शेयर बाजार में कारोबार आमदनी का प्रमुख जरिया हुआ करता है लेकिन आर्थिक संकट की मार झेल रहे शेयर बाजार में कारोबारी माहौल की स्थिति खस्ता होने की वजह से इन कंपनियों के कारोबार पर भी असर पडा है।

आसित सी मेहता का मुनाफा 99 फीसदी की तेज गिरावट के साथ मात्र 48,000 रुपये रह गया जबकि इंडिया इन्फोलाइन का शुध्द लाभ 29.78 करोड़ रुपये हुआ जो पिछले साल की इसी तिमाही में हुए 65.14 करोड़ रुपये के शुध्द लाभ से 54.28 प्रतिशत कम है।

पिछले साल की समान अवधि में कंपनी ने 19 लाख का मुनाफा अर्जित किया था। कंपनी की कारोबार आमदनी में भी गिरावट आई और यह 98 फीसदी की गिरावट के साथ मात्र 2.46 लाख रुपये रह गई।

रेलीगेयर का प्रदर्शन भी फीका रहा और कंपनी को 3.84 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पडा जबकि पिछले साल की समान अवधि में कपंनी ने 3 करोड रुपये से ज्यादा का शुध्द मुनाफा अर्जित किया था।

कंपनी की कारोबारी आय 48.55 फीसदी की गिरावट के साथ मात्र 2.67 करोड़ रुपये रह गई। ब्रोकर समुदाय के उनसार इन कंपनियों ने अपने कारोबार को काफी हद तक समेट लिया है और नुकसान को कम से कम करने की फिराक में हैं। काराोबरी को कम से कम एक साल तक बेहतर कारोबार की उम्मीद नहीं है।

First Published - January 21, 2009 | 9:49 PM IST

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