पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी)ने म्युचुअल फंड उद्योगों को आक्रामक तरीके से खुदरा और ग्रामीण क्षेत्र के निवेशकों पर अपना ध्यान केंद्रित करने को कहा है।
इसके अलावा म्युचुअल फंड कंपनियों को ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों पर भी ध्यान देने की सलाह दी गई है जहां इन क्षेत्रों में इनकी पहुंच काफी कम है। सेबी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार मौजूदा 44 लाख निवेशकों में से करीब 87 फीसदी निवेशक शहरी क्षेत्रों के हैं।
हाल में सेबी की सलाहकार समिति की बैठक में इस बारे में चर्चा की गई थी जिसमें म्युचुअल फंड कंपनियों से खुदरा निवेशकों को ज्यादा तरजीह देने को कहा गया है।
सेबी के पास उपलब्ध ताजा आंकडों के उनसार मार्च 2008 तक म्युचुअल फंड उद्योग के प्रबंधन के अधीन परिसंपत्तियों में उद्योग जगत की हिस्सेदारी 56.55 फीसदी की है।
खुदरा निवेशकों की साझेदारी करीब 6 फीसदी थी जबकि बाकी हिस्सेदारी अन्य संस्थागत निवेशकों की रही है। सूत्रों का कहना है कि समिति ने इस बात पर अपनी नाराजगी जाहिर की कि कंपनियां मार्केटिंग के जरिए आसान विकल्पों खासकर अमीरों और कंपनियों का सहारा ले रही है
जिससे बाजार के विकास में काफी कमी आई है। कारोबार के बेहतर विकास के लिए खुदरा निवेशकों पर ध्यान देने की बात सामने आई है।