शेयर बाजार

Closing Bell: बाजार में 8 ट्रेडिंग सेशन से जारी गिरावट ‘थमी’, सेंसेक्स की निचले स्तर से 702 अंक की रिकवरी; निफ्टी 22,959 पर बंद

घरेलू शेयर बाजार पिछले आठ ट्रेडिंग सेशन से जारी गिरावट का सिलसिला तोड़ते हुए सोमवार (17 फरवरी) को आखिरकार हरे निशान में बंद हुए।

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जतिन भूटानी   
Last Updated- February 17, 2025 | 4:43 PM IST

Stock Market Closing Bell: घरेलू शेयर बाजार पिछले आठ ट्रेडिंग सेशन से जारी गिरावट का सिलसिला तोड़ते हुए सोमवार (17 फरवरी) को आखिरकार हरे निशान में बंद हुए। इंडेक्स में हैवी वेटेज रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफ़सी बैंक (HDFC Bank) जैसे शेयरों में बढ़त की वजह से बाजार को समर्थन मिला। साथ ही निचले स्तरों पर खरीदारी ने भी बाजार को समर्थन दिया।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) सोमवार (17 फरवरी) को 300 अंक गिरकर 75,641.41 पर खुला। खुलने के कुछ ही देर में यह 75,294 अंक तक फिसल गया। हालांकि, कारोबार के दूसरे भाग में यह 702.10 अंक की रिकवरी करते हुए 57.65 अंक या 0.08% चढ़कर 75,996.86 पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) भी गिरावट के साथ 22,809 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 22,725 तक गिर गया था। अंतिम घंटे में वापसी करते हुए निफ्टी 30.25 अंक या 0.13% बढ़कर 22,959 पर क्लोज हुआ।

टॉप गेनर्स

सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड, इंडसइंड बैंक, अदानी पोर्ट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी बैंक, ज़ोमैटो और टाटा मोटर्स चढ़कर बंद हुए।

टॉप लूजर्स

दूसरी तरफ महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक और आईटीसी के शेयर गिरकर बंद हुए।

एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार से ₹1 लाख करोड़ निकाले

डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि 2025 में अब तक विदेशी निवेशकों (FIIs) का ऑउटफ्लो 99,299 करोड़ रुपये – 1 लाख करोड़ रुपये के करीब तक पहुंच गया है। अमेरिका के इम्पोर्ट पर हैवी टैरिफ लगाए जाने के बाद वैश्विक तनाव के चलते एफपीआई ने इस महीने के पहले दो हफ्तों में भारतीय बाजारों से 21,272 करोड़ रुपये निकाले। इससे पहले विदेशी निवेशकों ने जनवरी में 78,027 करोड़ रुपये निकाले थे।

शेयर बाजार के आज हरे निशान में बंद होने की वजह

इंडेक्स में हैवी वेटेज रखने वाले एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में बढ़त ने बाजार में दम भरा। इन स्टॉक्स में खरीदारी ने निवेशकों की कंपनियों के सुस्त नतीजे और वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के सेंटीमेंट को संतुलित करने का काम किया।

बाजार के जानकारों का कहना है कि ब्रोडर इंडेक्सिस में मामूली सुधार के बावजूद वैल्यूएशन आकर्षक नहीं है। हालांकि, अमेरिकी टैरिफ वार को लेकर अनिश्चितताओं में किसी भी तरह की कमी और गैर-जरूरी खर्च में सुधार के शुरुआती संकेतों से बाजार में तेजी का समर्थन करने में मदद मिल सकती है।

ब्रोडर मार्केट में भी रिकवरी

ट्रेडिंग सेशन के दूसरे भाग के दौरान ब्रोडर मार्केट में भी सुधार दिखा। निफ्टी मिडकैप100 आज 0.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी स्मॉलकैप100 इंडेक्स 0.04 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ।

निफ्टी फार्मा चढ़ा, निफ्टी ऑटो फिसला

एनएसई पर फार्मा, बैंक, फाइनेंशियल सर्विज, हेल्थकेयर, ओएमसी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और मेटल सेक्टर ऊंचे स्तर पर बंद हुए। ग्लेनमार्क फार्मा और अजंता फार्मा की अगुवाई में निफ्टी फार्मा इंडेक्स 1.27 फीसदी की बढ़त के साथ सेक्टरों में टॉप पर रहा। इस बीच, निफ्टी ऑटो, एफएमसीजी, आईटी और मीडिया इंडेक्स 0.71 फीसदी तक गिरकर बंद हुए।

शुक्रवार को कैसी थी बाजार की चाल?

बीते शुक्रवार को बाजार में गिरावट देखने को मिली। BSE Sensex 199.7 अंक गिरकर 75,939 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि Nifty50 102 अंक लुढ़ककर 22,929 पर पहुंच गया। छोटे शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई, जहां Nifty SmallCap 100 करीब 4% गिरकर 15,373.70 पर बंद हुआ। इसके साथ ही, यह इंडेक्स अपने उच्चतम स्तर से 22% गिरने के बाद ‘बियर फेज’ में आ गया।

First Published : February 17, 2025 | 3:39 PM IST