रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस और स्टेट बैंक जैसे बड़े शेयरों में शार्ट कवरिंग के चलते निफ्टी 2700 से ऊपर 2736 अंकों पर बंद हुआ।
हालांकि निफ्टी वायदा दबाव में रहा और स्पॉट की तुलना में 25 अंक डिस्काउंट पर रहा जो इस बात का संकेत है कि मंदड़िए का शार्ट बिल्डअप बरकरार है।
पिछले तीन कारोबारी सत्रों में डेरिवेटिव सेगमेंट में एफआईआई के कारोबार से साफ है कि उन्होंने इंडेक्स वायदा और चुनींदा शेयरों में शार्ट पोजीशन बना ली है।
एफआईआई की पोजीशन और 2700 का अहम सपोर्ट इंट्राडे में टूटने से साफ है कि निकट भविष्य में बाजार और नीचे जाएगा। एंजेल ब्रोकिंग के डेरिवेटिव और इक्विटी एनालिस्ट सिध्दार्थ भामरे के मुताबिक निफ्टी 2600-2700 के बीच कारोबार करेगा और 2800-2900 के बीच मुनाफावसूली देखी जा सकती है।
उनके मुताबिक बाजार का डायनेमिक्स जो तेजी में खरीदने का था, अब तेजी में बेचने का हो गया है क्योंकि इसने 2800 का सपोर्ट तोड़ दिया है और 2700 के आसपास कारोबार कर रहा है। निफ्टी जनवरी वायदा में इंट्राडे में 39.2 लाख शेयरों का शार्ट बिल्डअप बना लेकिन ओपन इंटरेस्ट में 840,900 शेयर जोड़े गए।
यह संकेत है कि मंदड़ियों ने सेटलमेंट अवधि में अपने इंट्राडे शार्ट कवर किए हैं। आंकड़ों के मुताबिक निफ्टी में 2680-2716 के बीच 23 फीसदी शेयरों के खरीद ऑर्डर बने जो संकेत है कि इंट्राडे में शार्ट पोजीशन अनवाइंड हो रही है।
कारोबारी 2700-2800 के बीच कॉल में शार्ट पोजीशन बना रहे थे जो संकेत है कि फिलहाल इंडेक्स 2800 से ऊपर नहीं जाएगा। 2700 से ऊपर में पुट की शार्ट पोजीशन अनवाइंड हो रही थी और 2600 के पुट पर ताजा खरीदारी हो रही थी ।
जो संकेत है कि कारोबारी उम्मीद कर रहे हैं कि इंडेक्स 2700 पर कायम नहीं रहेगा और निकट भविष्य में 2600 पर कारोबार कर सकता है। टेक्निकल एनेलिस्टों के मुताबिक पिछले कुछ सत्रों में गिरावट के बावजूद अभी भी चार्ट में ओवरसोल्ड पोजीशन नहीं बनी है।
लिहाजा सेंसेक्स में 8500 के तगड़े सपोर्ट तक की गिरावट की गुंजाइश जरूर है। और निफ्टी में अगले कुछ हफ्तों में 2500 के स्तर तक पहुंच जाने की काफी गुंजाइश बन रही है।