घाटे से मुनाफे की ओर बढते शेयरों पर रखें नजर
जनवरी 2008 से भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट का दौर जारी है। पिछले कुछ वर्षों में निवेशकों ने 40 प्रतिशत से भी अधिक के साथ प्रतिफल कमाया और निवेश में फायदा ही फायदा हुआ। आज वे स्थिर प्रतिफल कमाने के लिए एक अदद शेयर की तलाश में हैं।कई सिध्दांत हैं जिनके बारे में सोचा जा […]
बीएस की क्लास
1- भारतीय नैशनल स्टॉक एक्सचेंज की ओर शुरू किया गया इंडिया वोलेटिलिटी इंडेक्स (वीआईएक्स) ………………. के उतार-चढ़ाव पर आधारित है। क- निफ्टी 50 इंडेक्स ऑप्शन प्राइसेजख- निफ्टी 50 इंडेक्स फ्यूचर प्राइसेजग- निफ्टी 50 इंडेक्स स्पॉट प्राइसेजघ- एसऐंडपी सीएनएक्स आईडी इंडेक्स ऑप्शंस प्राइसेज 2- बीएसई सेंसेक्स बाजार पूंजीकरण के ‘फ्री फ्लोट’ पर आधारित है। ……………….. ‘फ्री […]
खरीदें पर संभलकर
जहां बाजार कंपनियों को उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए उनके शेयर भाव को उच्च स्तर पर पहुंचा कर पुरस्कृत कर सकता है, वहीं स्थिति प्रतिकूल होने पर उन्हें गर्त में भी धकेल सकता है। यह बैंकिंग शेयरों के मामले में बिल्कुल सटीक दिखता है। कुछ महीने पहले बढ़ती ब्याज दरों से चुनौती के बीच बैंकिंग […]
क्रॉम्पटन : विद्युत क्षेत्र में टनाटन
विद्युत उत्पादन, पारेषण और वितरण क्षेत्र की प्रमुख कंपनी क्रॉप्टन ग्रीव्स वैश्विक बाजारों में अपनी स्थिति मजबूत बना रही है और पहले किए गए कुछ अधिग्रहणों में से कुछ को पूरा करने में लगी हुई है। जिनमें पीटी पॉवेल्स में 40 प्रतिशत की हिस्सेदारी भी शामिल है। कंपनी औद्योगिक क्षेत्र में और वैश्विक अधिग्रहणों के […]
कहते हैं विश्लेषक
भारतीय फिल्मोद्योग पिछले दो वर्षों से तकरीबन 17 प्रतिशत की तेजी से विकास कर रहा है और यही गति जारी रही तो वित्तीय वर्ष 2011 तक इसके 17,500 करोड़ रुपये तक पहुंच जाने की संभावना है। श्री अष्टविनायक सिने विजन लिमिटेड (एसएसीवीएल) ने पांच हिट फिल्में वितरित कर अपनी प्रतिस्पर्धा का सबूत दिया है। कंपनी […]
सागर सीमेंट – नाम नहीं काम पर जाइए जनाब।
हैदराबाद की एक छोटी सी कंपनी है सागर सीमेंट। छोटी इसलिए कि उसकी सालाना उत्पादन क्षमता दस लाख टन से भी कम है और इसके बारे में कोई चमत्कारिक खबर आना अभी बाकी है। लेकिन क ई सवाल हैं जो सोचने पर मजबूर करते हैं। सबसे पहली बात तो यह कि जब शेयर बाजार औंधे […]
इक्विटी फंडों के लिए सबसे बुरी रही यह तिमाही
भारतीय म्युचुअल फंडों के लिए 31 मार्च 2008 को समाप्त हुई तिमाही इस दशक में सबसे बुरी तिमाही रही। वैल्यू रिसर्च द्वारा जारी की गई फंड प्रदर्शन की तिमाही समीक्षा के अनुसार लगभग सभी वर्गों के इक्विटी फंडों के औसत प्रतिफल के नजरिये से जनवरी 2001 के बाद की यह सबसे बुरी तिमाही रही है। […]
दोनों फंड अपनी छाप छोड़ने में असफल रहे
रिलायंस इक्विटी ऑपोर्चुनिटीज और फ्रैंकलिन इंडिया फ्लेक्सी कैप के नाम इनके फंड प्रबंधकों के निवेश की शैली से मेल नहीं खाता है और यह गुमराह करने वाला नाम ज्यादा प्रतीत होता है। कोई व्यक्ति ऑपोर्चुनिटीज फंड के बारे में अनुमान लगाएगा कि इसके तहत किसी विशेष शेयर में मूल्य का एक लक्ष्य निर्धारित कर आक्रामक […]
जल्द ही आएगी कृषि वायदा कारोबार पर पैनल रिपोर्ट
कृषि जिंस के वायदा कारोबार पर बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट अगले सप्ताह तक आने की संभावना है। इस रिपोर्ट को योजना आयोग के सदस्य अभिजीत सेन की अध्यक्षता में तैयार किया गया है। सेन ने कहा कि समिति की बैठक गुरूवार को हुई और रिपोर्ट के प्रारुप में मामूली सुधार किया गया। उन्होने कहा कि रिपोर्ट को […]
सूचकांक में हो रही है देरी
औद्योगिक वृद्धि को ज्यादा सटीक तरीके से मापने वाला सूचकांक दो महीने से बनकर तैयार है लेकिन सरकार के दो विभागों में आंकड़ों के संग्रह को लेकर दुविधा होने के कारण इसे अभी तक अमल में नही लाया जा सका है। समय की कसौटी पर खरे उतरने वाले इस सूचकांक के अंतर्गत औद्योगिक उत्पाद सूचकांक […]
