दोपहिया वाहनों के पंजीकरण में छह महीने की गिरावट के बाद दिसंबर में सालाना आधार पर बढ़त दर्ज की गई। इससे पता चलता है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच लोग निजी परिवहन को प्राथमिकता दे रहे हैं। खरीदारों की धारणाा में सुधार होने और पिछले साल के कमजोर आधार के कारण दोपहिया वाहनों के पंजीकरण में वृद्धि दिखी है।
दिसंबर में शीर्ष पांच दोपहिया वाहन निर्माताओं का पंजीकरण 11 फीसदी की वृद्धि के साथ 14,12,000 वाहनों तक पहुंच गया। वाहन पोर्टल के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पहले फरवरी में दोपहिया वाहनों के पंजीकरण में 1.52 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी लेकिन उसके बाद नवंबर तक लगातार दो अंकों में गिरावट दर्ज की गई। ये आंकड़े बिल्कुल सटीक नहीं हो सकते हैं क्योंकि बिक्री बनाम पंजीकरण में दो से तीन सप्ताह का अंतर होता है। आंकड़े सटीक इसलिए भी नहीं हो सकता क्योंकि इसके तहत उद्योग की केवल 86 फीसदी खुदरा बिक्री ही आती है लेकिन इससे व्यापक तौर पर रुझान का पता चल जाता है।
कोविड वैश्विक महामारी के कारण अधिकतर शैक्षिणिक संस्थानों एवं कार्यालयों के बंद होने से विश्व के सबसे बड़े दोपहिया बाजार भारत में दबाव बरकरार है। हालांकि अब धीरे-धीरे कार्यालय एवं अन्य संस्थान खुलने लगे हैं जिससे बिक्री को रफ्तार मिली है। पिछले साल के कमजोर आधार के अलावा संस्थानों एवं कार्यालयों के खुलने से धीरे-धीरे बिक्री बढ़ रही है।
दिसंबर में डीलरों को भेजे गए कुल दोपहिया वाहनों (थोक) में 12 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान है। अप्रैल 2020 में भारत स्टेज 6 (बीएस-6) उत्सर्जन मानदंडों को लागू किए जाने से पहले मोटरसाइकिल एवं स्कूटर विनिर्माताओं ने बीएस-4 वाहनों की इन्वेंटरी को खपाना शुरू कर दिया था। इसी क्रम में डीलरों को बीएस-4 मॉडलों की आपूर्ति भी सीमित कर दी गई थी जिससे वित्त वर्ष 2020 में थोक आंकड़ों में कमी दर्ज की गई। हाल के महीनों में विनिर्माताओं ने नए मॉडलों की इन्वेंटरी तैयार करने के लिए आपूर्ति बढ़ा दी है। ऐसे में पिछले साल के कमजोर आधार के कारण थोक बिक्री में तेजी दिख रही है।
बिक्री में तेजी के रुझान को देखते हुए वाहन विनिर्माताओं को आगे बेहतर परिदृश्य की उम्मीद जताई है। हीरो मोटोकॉर्प ने इस सप्ताह के आरंभ में कहा था, ‘दिसंबर की मात्रात्मक बिक्री से ग्राहक धारणा में सुधार के संकेत मिल रहे हैं और कंपनी का मानना है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी संबंधी चुनौतियों के बावजूद यह सकारात्मक रुझान नए साल में भी बरकरार रहेगा।’
होंडा मोटरसाइकिल ऐंड स्कूटर इंडिया के निदेशक (बिक्री एवं विपणन) यादविंदर सिंह गुलेरिया ने कहा, ‘दिसंबर 2020 में खुदरा एवं थोक बिक्री के सकारात्मक रुझान के बाद हम नई उम्मीदों के साथ नए साल 2021 में प्रवेश कर रहे हैं। तीसरी तिमाही के दौरान काफी लंबे समय के बाद सकारात्मक बिक्री दिखी।’ उन्होंने कहा कि अगली दो तिमाहियों के दौरान भी कमजोर आधार के कारण वृद्धि दिखने की उम्मीद है लेकिन वास्तविक सकारात्मक वृद्धि और बाजार के विस्तार में कुछ समय लग सकता है।
आईआईएफएल के विश्लेषक जोसेफ जॉर्ज ने वृहत आर्थिक परिदृश्य में धीरे-धीरे सुधार होने के साथ ही उम्मीद जताई है कि खुदरा बिक्री में 25 फीसदी की वृद्धि होगी और थोक बिक्री में तेजी आएगी। उन्होंने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में कहा है, ”
वित्त वर्ष 2020 के दौरान खुदरा एवं थोक बिक्री में व्यवधान के बाद वित्त वर्ष 2021 में स्थिति ठीक हो जाएगी। परिणामस्वरूप, वित्त वर्ष 2022 के दौरान थोक एवं खुदरा बिक्री की मात्रा एवं वृद्धि दर काफी हद तक ठीक हो जाना चाहिए। वित्त वर्ष 2022 की दूसरी छमाही के लिए, हमारा मानना है कि खुदरा बिक्री में 25 फीसदी गिरावट के कमजोर आधार के कारण मात्रात्मक बिक्री में 25 की वृद्धि दिख सकती है। हम उम्मीद करते हैं कि थोक बिक्री और वृद्धि की झलक खुदरा बिक्री में भी दिखेगी।’ अगले वित्त वर्ष में दमदार वृद्धि को लेकर कई अन्य लोगों ने भी उम्मीद जताई है।
नोमुरा के विश्लेषक कपिल सिंह और सिद्धार्थ बेरा ने एक हालिया शोध रिपोर्ट में लिखा है, ‘हमें वित्त वर्ष 2021 में 11 फीसदी की गिरावट के बाद वित्त वर्ष 2022 में 18 फीसदी की वृद्धि की उम्मीद है।’ दोपहिया वाहन बनाने वाली एक कंपनी के अधिकारी ने आशंका जताई कि जिंस की कीमतों में तेजी के कारण सुधार की रफ्तार सुस्त पड़ सकती है। यदि जिंस कीमतों में तेजी बरकरार रही तो वाहनों के दाम फिर बढ़ाए जा सकते हैं।