वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 के तहत एक बड़ा ऐलान किया है। बजट 2025 में उन्होंने ऐलान किया कि ज्वेलरी और प्लैटिनम फाइंडिंग्स पर कस्टम ड्यूटी में सरकार कटौती करने जा रही है और यह बदलाव 2 फरवरी 2025 से प्रभावी होगा। सरकार के इस फैसले का मकसद ज्वेलरी इंडस्ट्री को बढ़ावा देना और देश के रत्न एवं आभूषण बाजार को मजबूत करना है।
ज्वेलरी और इसके पार्ट्स (HSN Code 7113): पहले इन पर 25% कस्टम ड्यूटी लगती थी, जिसे अब 20% कर दिया गया है। इससे गहने भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अधिक सुलभ और किफायती होंगे, जिससे लक्जरी बाजार में मांग बढ़ने की संभावना है।
प्लैटिनम : पहले इन पर 25% कस्टम ड्यूटी थी, जिसे घटाकर सिर्फ 5% कर दिया गया है। यह कदम रत्न और आभूषण उद्योग के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। इससे हाई-एंड डिजाइन में प्लैटिनम के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
भारत दुनिया में सबसे ज्यादा आभूषण खरीदने वाले देशों में से एक है। ऐसे में सरकार द्वारा कस्टम ड्यूटी में की गई कटौती उपभोक्ताओं और ज्वेलरी उद्योग के लिए एक राहत भरा फैसला है।
कामा ज्वेलरी (Kama Jewelry) के मैनेजिंग डायरेक्टर कॉलिन शाह (Colin Shah) ने इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस बदलाव से घरेलू बाजार में लक्जरी ज्वेलरी की मांग बढ़ेगी।
प्लैटिनम फाइंडिंग्स पर कस्टम ड्यूटी में भारी कटौती को भी एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है। प्लैटिनम (Platinum) एक बहुत ही कीमती धातु है, जिसे प्रीमियम ज्वेलरी (Premium Jewellery) के लिए पसंद किया जाता है। अब प्लैटिनम के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा, जिससे उत्पादन और खपत दोनों में इजाफा हो सकता है।
उपभोक्ताओं के लिए: इस बदलाव के बाद गहनों की कीमत कम हो सकती है, जिससे आम लोग भी अधिक गहने खरीद पाएंगे। खासतौर पर लक्जरी और प्रीमियम ज्वेलरी अधिक सुलभ हो जाएगी।
निर्माताओं के लिए: डिजाइनरों और निर्माताओं को अधिक इनोवेटिव और हाई-एंड डिजाइन बनाने का मौका मिलेगा। प्लैटिनम फाइंडिंग्स पर कम टैक्स से प्लैटिनम ज्वेलरी के नए और अनोखे डिजाइनों की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी।
सरकार द्वारा कस्टम ड्यूटी में की गई यह कटौती भारतीय ज्वेलरी बाजार को और मजबूत बनाएगी। इससे कीमती धातुओं पर टैक्स का बोझ कम होगा, जिससे उपभोक्ताओं और उद्योग से जुड़े लोगों को लाभ होगा।
इस फैसले से तीन बड़े फायदे होंगे:
सरकार के इस कदम से उम्मीद की जा रही है कि भारत का रत्न और आभूषण उद्योग और अधिक विकसित होगा और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी मजबूती को बनाए रखेगा।