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आयकर दरों में बदलाव नहीं, मानक कटौती में वृद्धि की उम्मीद भी नहीं हुई पूरी

Last Updated- December 11, 2022 | 9:30 PM IST

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए व्यक्तिगत आयकर दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इसके अलावा कोविड महामारी के बीच मानक कटौती (स्टैंडर्ड डिडक्शन) की सीमा में बढ़ोतरी की मध्य वर्ग की उम्मीदें भी बजट में पूरी नहीं हुई हैं। सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में आम बजट पेश करते हुए आयकर दरों में कोई बदलाव नहीं किया और मानक कटौती को भी यथावत रखा। हालांकि, कहा जा रहा था कि मुद्रास्फीति के ऊंचे स्तर तथा मध्यम वर्ग को महामारी के प्रभाव से कुछ राहत के लिए मानक कटौती की सीमा बढ़ाई जा सकती है। फिलहाल मानक कटौती की सीमा 50,000 रुपये है।
आयकर विशेषज्ञ सत्‍येंद्र जैन ने कहा कि महामारी के बीच आम आदमी उम्मीद कर रहा था कि वित्त मंत्री मानक कटौती की सीमा एक लाख रुपये तक करेंगी, जिसके महामारी के बीच उनके हाथ में नकदी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इस समय इस तरह का कोई कदम मध्य वर्ग के लिए बड़ी राहत प्रदान करने वाला रहता। जैन ने कहा कि इसके अलावा गृह संपत्ति से ब्याज की कटौती दो लाख रुपये से बढ़ाकर तीन लाख रुपये किए जाने की उम्मीद भी थी। लेकिन इस मोर्चे पर भी कोई राहत नहीं दी गई है।

आम बजट में व्यक्तिगत आयकर श्रेणी में स्लैब में कोई बदलाव हुआ है। साथ ही कॉरपोरेट कर की दरों में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि, नवगठित विनिर्माण इकाइयों के लिए 15 प्रतिशत की रियायती कर दर को एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है।

First Published - February 1, 2022 | 1:54 PM IST

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