आम का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जान बहुत ही आम बात है लेकिन कल्पना करें सीजन की शुरुआत हो और आम की आवक कम हो और उस पर भी 500 किलो आम को नष्ट किया जाए तो कैसा लगेगा?
अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) के स्वास्थ्य अधिकारियों ने 500 किलोग्राम आमों को नष्ट कर दिया है। इसकी वजह आम को पकाने में खतरनाक रसायन के प्रयोग को बताया जा रहा है। एएमसी के मध्य क्षेत्र के उप चिकित्सा अधिकारी भविन सोलंकी ने बताया है कि हमने विभिन्न किस्मों के 500 किलोग्राम आमों को नष्ट किया है।
सोलंकी ने बताया कि इनको पकाने में गलत रसायनों का प्रयोग किया गया था। इसके चलते इनको नष्ट किया गया है।कालूपुर क्षेत्र में फलों के थोक बाजार में एएमसी की मुहिम सबसे ज्यादा चली है। सोलंकी ने कहा कि यहां का फल बाजार बहुत ही गंदा और हम इस क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं। हम लोगों से कह रहे हैं कि वे डस्टबिन का प्रयोग करें और सड़े हुए फलों को उसी में डालें।
उनका कहना है कि हम कई बार फल विक्रेताओं को समझा चुके हैं कि वे फलों को पकाने में रसायनों का प्रयोग न करें लेकिन वे मानते ही नहीं। सोलंकी ने यह जानकारी भी दी कि विभाग ने इन फल विक्रेताओं से 6,000 रुपये बतौर फाइन भी वसूल किया है। फल विक्रेता फलों को जल्दी पकाने के लिए कार्बन और कैल्शियम कार्बाइड का प्रयोग करते हैं।
अहमदाबाद फल विक्रेता असोसिएशन के अध्यक्ष लच्छू रोहेरा का कहना है कि हमने आंध्र प्रदेश, रत्नागिरी और सौराष्ट्र से आमों की खरीद की है और जिन रसायनों को सही नहीं बताया जा रहा है वे पहले से ही उसमें थे।