उपभोक्ताओं पर पकड़ मजबूत करने के लिए कई रिटेल कंपनियां बड़े खुदरा दुकानदारों को फ्रेंचाइजी देने की योजना बना रही है।
शक्ति भोग फूड लिमिटेड के प्रंबध निदेशक के के कुमार ने बताया कि ऐसा होने पर कंपनी और बड़े खुदरा व्यापारियों के बीच वितरकों की भूमिका समाप्त हो सकती है।लंबी अवधि में इस तरह की योजना से काफी फायदा होगा लेकिन अभी इस योजना को क्रियान्वित करना आसान नहीं होगा।
लाल महल 365 रिटेल लिमिटेड के मुख्य विपणन अधिकारी बी डी सिंह ने कहा कि हम भविष्य में कन्वर्जेंस प्रोग्राम के तहत इस तरह की योजना की बात सोच रहे है। कन्फेडेरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स के पदाधिकारियों का मानना है कि ऐसा होने पर खुदरा दुकानदारों के व्यापारिक स्तर पर बुनियादी सुधार आ सकता है।
लेकिन वितरकों की भूमिका का समाप्त होना खुदरा व्यापारी और कंपनी के बीच होने वाले समझौते की शर्तो पर निर्भर करता है फिर भी डिस्ट्रब्यूटर्सो की स्थिति में किसी तरह की आंच का आना असंभव सा है।
भारत में किराना कारोबार लगभग 6000 हजार अरब रुपये का है। इसमें भी 99 फीसदी हिस्सेदारी छोटे किराना दुकानदारों की है। भारत के किराना कारोबार में असीम संभावनाओं को देखते हुए बहुराष्ट्रीय कंपनियों के रिटेल क्षेत्र में उतरने के बाद मझोली कंपनियों ने उपभोक्ताओं के बीच अपनी पहुंच को बनाए रखने के लिए इस तरह की योजनाओं को अपनाना शुरू किया है।