एक सर्वे के मुताबिक साल 2007 में चीन ने सोना उत्पादन के मामले में दक्षिण अफ्रीका को पछाड़ते हुए नंबर-1 पर कब्जा कर लिया।
पिछले 100 साल से दक्षिण अफ्रीका का इस पर कब्जा था। कीमती धातुओं की स्वतंत्र कंसल्टेंसी संस्था जीएफएमएस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इस रिसर्च ग्रुप ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि साल 2008 में सोने की कीमत रेकॉर्ड 1100 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है।
17 मार्च को सोना 1032.70 डॉलर प्रति आउंस के रेकॉर्ड पर पहुंचा था। इसके ठीक चार दिन पहले सोने ने पहली बार एक हजार डॉलर के स्तर को छुआ था।जीएफएमएस के सर्वे के मुताबिक, साल 2007 में सोने के उत्पादन में 0.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जो पिछले 11 साल में सबसे कम उत्पादन है।
हालांकि अफ्रीका में इस दौरान उत्पादन में सबसे ज्यादा 29 टन की गिरावट दर्ज की गई। इस गिरावट में सबसे बड़ी भूमिका निभाई दक्षिण अफ्रीका ने। उधर, उत्तरी अमेरिका और लैटिन अमेरिका भी इस गिरावट से अछूता नहीं रहा। 2007 में एशिया में सोने का उत्पादन बढ़ा। इंडोनेशिया और चीन इसमें आगे रहे और चीन तो दक्षिण अफ्रीका को पीछे छोड़ते हुए सोने के उत्पादन में टॉप पर पहुंच गया।
जीएफएमएस के चेयरमैन ने कहा कि सोने के उत्पादन में चीन 2008 में भी अपना स्थान बरकरार रखेगा। चीन की ये स्थिति दक्षिण अफ्रीका में बिजली संकट से प्रभावित हुए सोने के उत्पादन के चलते बनी है। जीएफएमएस का अनुमान है कि 2008 में भी पूरी दुनिया में सोने के उत्पादन का स्तर 2007 की तरह ही रहेगा।