चार दिन बाद कच्चे तेल में एक बार फिर तेजी आई क्योंकि अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट की साप्ताहिक रिपोर्ट से पहले व्यापारियों ने इसमें खरीदारी की।
ब्लूमबर्ग के सर्वे के मुताबिक, इस रिपोर्ट में कच्चे तेल के भंडार में गिरावट की खबर आ सकती है क्योंकि रिफायनरियों ने उत्पादन बढ़ा दिया है। इसके अलावा बुधवार को कच्चे तेल में आई तेजी नाइजीरिया स्थित शेवरन कॉरपोरेशन की यूनिट में हड़ताल के चलते है।
न्यू यॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज में कच्चे तेल की जुलाई डिलिवरी 1.27 डॉलर यानी एक फीसदी चढ़कर 135.28 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई। इससे पहले लंदन में 135.11 डॉलर प्रति बैरल पर भी कारोबार हुआ। हालांकि शुरुआती दौर पमें इसमें 85 सेंट यानी 0.6 फीसदी की गिरावट आई थी।
लंदन स्थित बी. कमोडिटी के सीनियर ब्रोकर के मुताबिक, अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट की संभावित रिपोर्ट से हमें लगता है कि कच्चे तेल का बाजार एक बार फिर तेजड़िए के हाथ में रहेगा।