इस साल पहाड़ी इलाकों में बादाम का उत्पादन कम होने से दिल्ली की मंडियों में भी इसकी आवक कम रही।
आजादपुर सब्जी मंडी के थोक व्रिकेताओं ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि इस बार बादाम की आवक पिछली बार की तुलना में एक तिहाई रही। मंडी में बादाम के आने का यह आखिरी समय चल रहा है।
बादाम का थोक विक्रय करने वाली सोहन लाल कंपनी के सोहन लाल ने बताया कि अभी मंडी में बादाम की 10 से 12 गाड़ियां आ रही हैं। वैसे तो मंडी में बादाम की आवक कश्मीर और हिमाचल से होती है। लेकिन इस बार गाड़ियां मुख्य तौर पर शिमला से ही आ रही हैं। बादाम के एक और विक्रेता संतोष ने बताया कि अभी मंडी में बादाम का दाम 80 से 150 रुपये प्रति पेटी है।
धीरे-धीरे बादाम की आवक में कमी हो रही है। इसलिए हो सकता है कि आने वाले समय में बादाम के दामों में बढ़ोतरी हो। संतोष ने यह भी बताया कि बाजार में दो तरह की किस्में मुख्य तौर पर आती हैं। इनमें एक मीठा बादाम और दूसरा बिटर बादाम होता है। मीठे बादाम को ही कागजी बादाम के नाम से जाना जाता है।
बिटर बादाम में प्रूसिक एसिड होने के कारण कागजी बादाम की मांग ज्यादा रहती है। गौरतलब है कि बादाम का उत्पादन जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में होता है। देश में अभी बादाम का उत्पादन सबसे ज्यादा जम्मू-कश्मीर में किया जाता है।