रबर के वायदा कारोबार पर केंद्र द्वारा लगाए गए अकस्मात प्रतिबंध से केरल के रबर कारोबरियों ने नियामक, फॉरवर्ड मार्केट कमीशन से क्षतिपूर्ति की मांग की है।
रबर के वायदा कारोबार पर रोक लगाए जाने से हुई क्षति का जायजा लेने के लिए नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा आयोजित एक बैठक में भाग ले रहे रबर के वायदा कारोबारियों ने कहा कि अगर सरकार रबर के वायदा कारोबार पर प्रतिबंध लगाती है तो कल को यही निर्णय काली मिर्च और अन्य कमोडिटी पर भी लागू किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि लगभग 750 कारोबारियों को इस प्रतिबंध के कारण नुकसान हुआ है। ऑल केरल रबर डीलर्स असोसिएशन के अध्यक्ष थॉमस जे मयप्पन ने कहा कि वे इसके लिए कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहे हैं जिसमें नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएमसीई) प्रमुख रुप से जवाबदेह होगा।
एनएमसीई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल मिश्रा ने कहा कि इस तरह की अचानक रोक भविष्य में नहीं लगाई जानी चाहिए। उनका कहना था कि रबर की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी की प्रमुख वजह क्रूड तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी है।