हाल के दिनों में घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट की वजह केंद्र सरकार द्वारा डयूटी में की गई कटौती है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स असोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रेजिडेंट अशोक सेठिया ने बताया कि खाद्य तेलों में की गई डयूटी कटौती के बाद थोक बाजार में इसकी कीमतों में 10 हजार रुपये प्रति टन की कमी आई है। सेठिया ने दावा किया कि खाद्य तेल उत्पादकों ने सीमा शुल्क में हुई कटौती का लाभ उपभोक्ता तक पहुंचा दिया है।
उन्होंने कहा कि उत्पादकों ने पिछले एक महीने के दौरान कीमत में 5 से 7 रुपये प्रति किलोग्राम की कटौती की है।हालांकि कच्चे तेल पर लगाई जाने वाली डयूटी को शून्य स्तर पर लाए जाने से पिछले एक महीने में खाद्य तेलों की कीमतों में नरमी आई है, लेकिन अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें बढ़ी तो फिर यहां भी इसका असर पड़ना तय है।
सेठिया ने कहा कि हमने राज्य सरकार से कुछ समय के लिए तेल पर वैट की दर 4 फीसदी रखने को कहा है, साथ ही अन्य टैक्स की दर घटाने का अनुरोध किया है। फिलहाल यह टैक्स करीब 8 फीसदी है।