पिछले तीन महीनों में सोना निवेशकों की पहली पसंद बनकर सामने उभरा है। सोना स्टैंडर्ड( 10 ग्राम) ने जनवरी से मार्च के दौरान सेंसेक्स के 22.88 फीसदी रिटर्न की तुलना में 13.37 फीसदी का रिटर्न दिया।
इसको देखते हुए आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि वित्तीय योजनाकार इस कीमती धातु की ओर उम्मीद भरी नजरों से टकटकी लगाए हुए हैं। एक वित्तीय योजनाकार का कहना हैं पिछले एक साल के अंतराल में सोने ने दूसरी चीजों के मुकाबले कहीं बेहतर रिटर्न दिए हैं। बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी, शेयर बाजारों मे गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों के आसमान छूने की वजह से लोग सोना खरीदने को फायदे का सौदा मान रहे हैं।
सोने की कीमतें शेयर बाजारों के गिरने के बाद ऊपर उठी हैं। उम्मीद की जा रही है कि जब तक शेयर बाजार, डॉलर और कच्चे तेल की कीमतें स्थिर नहीं हो जातीं तब तक सोने में उछाल जारी रहेगा। सोने की कीमतों में बढोतरी की जो दूसरी वजह नजर आती है वो है मांग और आपूर्ति के बीच का अंतर। नैशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) के चीफ बिजनेस ऑफिसर अनुपम कौशिक भी इस बात की ओर इशारा कहते हैं।
कौशिक कहते हैं कि इस साल तकरीबन 3,600 टन सोने की मांग है जबकि केवल 3,400 टन की उपलब्ध आपूर्ति की उम्मीद है। इसके चलते सोना निवेशकों की पसंद बना हुआ है।वैसे सोने का स्टॉक करने का भी कोई फायदा नहीं है क्योंकि बैंक सोने की खरीद नहीं करने जा रहे हैं और आपको सोना बेचना है तो आपको जूलर के पास जाना होगा।
ट्रांसेंड इंडिया के निदेशक कार्तिक झावेरी कहते हैं कि सोने की सीधी खरीद के मुकाबले ईटीएफ के जरिये सोना खरीदना अधिक मुनासिब है। पिछले एक साल में इक्विटी डाइवर्सिटी फंडों ने जहां 21.4 फीसदी का रिटर्न दिया जबकि सोना ईटीएफ ने 27.9 फीसदी का रिटर्न दिया। इसके साथ ही पिछली तिमाही में भी सोने का प्रदर्शन बेहतर रहा। इक्विटी डाइवर्सिटी फंडों के -28.3 फीसदी रिटर्न के मुकाबले सोने ने 13 फीसदी का रिटर्न दिया।
स्टॉक एक्सचेंजों में ईटीएफ, शेयरों के समान ही कारोबार करते दिखे। बेंचमार्क एसेट मैनेजमेंट के कार्यकारी निदेशक राजन मेहता कहते हैं कि एनएफओ में एंट्री लोड 1.5 से 2.5 फीसदी का है और प्रबंधन शुल्क, कस्टडी और बीमे के लिए 1 फीसदी का खर्च और जुडा हुआ है। सोने से मुनाफा कमाने का एक और रास्ता है, वो ये कि सोने के उत्खनन से जुड़ी कंपनियों के म्युचुअल फंडों में निवेश करके भी फायदा में इजाफा कर सकते हैं।