सरकार ने मानवीय पक्षों को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र परियोजना के अंतर्गत अफ्रीकी देश केन्या, सोमालिया और बुरुंडी में 25,000 टन मक्के का निर्यात करने की मंजूरी दी है।
इससे एनसीडीईएक्स पर आज मक्के के वायदा मूल्य में मामूली सुधार आया। दोपहर के 2 बजे एनसीडीईएक्स पर सबसे अधिक सक्रिय अगस्त के सौदे के मूल्य में 1.89 प्रतिशत की बढ़त देखी गई और इसका कारोबार 1,026 रुपये प्रति क्विंटल पर किया जा रहा था।
दोपहर 12.30 बजे सितंबर के सौदे की कीमत में 0.83 प्रतिशत की वृध्दि हुई और इसका कारोबार 973 रुपये प्रति क्विंटल पर किया जा रहा था। उल्लेखनीय है कि अगस्त के वायदा मूल्यों में पिछले चार सत्रों के दौरान 5 प्रतिशत की कमी आई थी। विदेश व्यापार महानिदेशालय द्वारा जारी अधिसूचना में बताया, ‘संयुक्त राष्ट्र द्वारा केन्या, सोमालिया और बुरुंडी में चलाई जा रहे मानवीय राहत कार्यों के तहत मक्के के निर्यात पर लगाया गया प्रतिबंध इन देशों में लागू नहीं होगा।
सरकार ने इन देशों में 25,000 टन मक्के के निर्यात को मल्टी नैशनल कॉर्पोरेशन (एमएनसी) के माध्यम से मंजूरी दी है।’ कार्वी कॉमट्रेड की विश्लेषक अमंद राजालक्ष्मी ने कहा, ‘वायदा मूल्यो में मजबूती आ रही है क्योंकि ऐसा अनुमान है कि यह एमएनसी स्टॉकिस्ट से मक्के की खरीदारी करेगा।’ उन्होंने कहा कि बाजार में अभी भी मिश्रित धारणा देखने को मिल रही है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में मक्के के मूल्य में तेजी के लिए फंडामेंटल्स मजबूत हैं। देश में मक्के के कारोबार के प्रमुख केंद्र निजामाबाद में इसका हाजिर मूल्य 1,070 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
रकबे में कमी विश्लेषकों ने बताया मक्के की खेती के रकबे में आई कमी और बारिश के कारण पिछले 4 सत्रों में हुए घाटे के बाद शॉर्ट-कवरिंग से मक्के के वायदा मूल्यों में बढ़ोतरी हुई। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 1 अगस्त तक 58.4 लाख हेक्टेयर में मक्के की खेती की गई थी जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 66.0 लाख हेक्टेयर था।
जौ में मामूली तेजी
विश्लेषकों ने बताया कि जौ के वायदा मूल्य में घरेलू मांगों के कारण मामूली बढ़त हुई वहीं दूसरी तरफ कम निर्यात का प्रभाव भी देखने को मिला। दोपहर 2.02 बजे अगस्त वायदा मूल्य एनसीडीईएक्स पर 1,280 रुपये प्रति क्विंटल था। इसमें 0.06 प्रतिशत की बढ़त देखी गई। जयपुर में जौ के हाजिर मूल्यों में 4 रुपये की बढ़ोतरी हुई।