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कॉफी की कटाई काफी पहले करेगा भारत

Last Updated- December 07, 2022 | 4:43 PM IST

फसल वर्ष 2008-09 के दौरान कॉफी के फसल की कटाई लगभग एक महीने पहले होने की संभावना है। आमतौर पर कॉफी की कटाई भारत में दिसंबर से फरवरी महीने तक की जाती है।


रॉबस्टा की कटाई दिसंबर से जनवरी के दौरान की जाती है जबकि अरबिका किस्म की कटाई जनवरी से फरवरी की अवधि में की जाती है। कर्नाटक के कॉफी उगाने वाले क्षेत्रों, चिकमंगलुर, हासन और कोडागु, में फरवरी-मार्च की अवधि में अच्छी बारिश हुई थी और उसके बाद हर महीने थोड़ी बहुत बारिश होती रही है जिससे यह क्षेत्र में कॉफी की समयपूर्व कटाई के लिए परिसिथतियां अनुकूल हैं।

शुरुआती बारिश और फूल लगने के दौरान समय पर हुई बारिश के बाद कॉफी के इस क्षेत्र में मॉनसूनी वर्षा भी समय पर हुई। इसके बाद लंबे मय तक इस क्षेत्र में बारिश नहीं हुई। लेकिन पिछले दो-तीन सप्ताहों में मॉनसून के सुधरने से एक बार फिर इस क्षेत्र में बारिश का दौर शुरू हुआ है।

कुछेक किसानों तथा कारोबारियों ने उपरोक्त बातों की पुष्टि की और कहा, ‘कोडागु के उत्पादन में पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत की कमी आ सकती है क्योंकि फूल लगने के दौरान यहां भारी बारिश हुई थी।’ पर्याप्त बारिश होने के बाद अब इस क्षेत्र में समय से पहले कटाई की जा सकती है। इसे देखते हुए कॉफी बोर्ड फूल लगने के बाद 2,93,000 टन उत्पादन की भष्यिवाणी को बरकरार रख सकता है।

कॉफी बोर्ड के फूल लगने के बाद की गई भविष्यवाणी के अनुसार 1,00,000 टन अरबिका और 1,93,000 टन रॉबस्टा का उत्पादन हो सकता है। वर्ष 2007-08 के मॉनसून के बाद की गई उत्पादन संबंधी भविष्यवाणी की तुलना में फसल वर्ष 2008-09 में अरबिका का उत्पादन 7,500 टन (8.11 प्रतिशत) और रॉबस्टा का उत्पादन 23,500 टन (13.96 प्रतिशत) अधिक होने की उम्मीद है।

फूल लगने के बाद राज्यवार उत्पादन की भविष्यवाणी इस प्रकार है- कर्नाटक का कुल उत्पादन 2,14,170 टन (81,270टन अरबिका और 1,32,900 टन रॉबस्टा), केरल 57,200 टन, तमिलनाडु 16,625 टन और गैर-पारंपरिक क्षेत्र जैसे आंध्रप्रदेश, उड़ीसा और उत्तर पूर्वी क्षेत्र 5,005 टन। अब भारतीय कॉफी उद्योग ब्राजील में कॉफी की कटाई संपन्न होने का इंतजार कर रहा है ताकि कुल उत्पादन की जानकारी मिल सके।

ब्राजील के उत्पादन, जो 455 लाख बैग (1 बैग=60 किलो) का अनुमान है, के आधार पर भविष्य का मूल्य निर्धारित होने का अनुमान है। कुशलनगर स्थित ब्लान कॉफी के मालिक बी एल हरीश ने कहा, ‘समयपूर्व कटाई से कॉफी उत्पादकों को इस साल अधिक कीमतें भी मिल सकती हैं। फिलहाल न्यू यॉर्क के आईसीई पर अरबिका कॉफी के दिसंबर और मार्च सौदे का वायदा कारोगार क्रमश: 135 सेंट और 145 सेंट प्रति पौंड पर किया जा रहा है।

First Published - August 13, 2008 | 12:34 AM IST

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