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एनएसईएल लॉन्च करेगी अरंडी का अनुबंध

Last Updated- December 08, 2022 | 10:40 AM IST

नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) जनवरी के पहले हफ्ते में अरंडी का अनिवार्य डिलीवरी वाला अनुबंध लॉन्च करने जा रहा है।


इसके लिए एनएसईएल ने गुजरात के पालनपुर जिले के दो बड़े तेल मिलों जयंत ऑर्गेनिक्स और जयंत ऑयल मिल्स के साथ समझौता किया है।

समझौते में तय हुआ कि ये मिलें हाजिर कारोबार के इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए कंपनी से पालनपुर मंडी की तुलना में प्रति क्विंटल 3-4 रुपये अधिक में खरीद करेगी।

ऑनलाइन कारोबार होने से मिलों का मंडी कर और सुदूर इलाकों से कच्ची सामग्री मंगाने में आने वाली लागत बच जाएगी, जिससे इन्हें प्रति क्विंटल 8-9 रुपये का फायदा होगा।

एनएसईएल के प्रबंध निदेशक अंजनी सिन्हा ने बताया, ”इस इलाके के दो बड़े तेल मिलों के साथ हमारी बातचीत हो गई है। इन मिलों ने हमारे प्रस्ताव को रुचिकर माना और तय किया कि वे अपनी जरूरत के सभी कच्चे माल की खरीद एनएसईएल के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए ही करेंगे।”

उल्लेखनीय है कि ये दो मिलें पालनपुर इलाके में पैदा होने वाले अरंडी में से करीब 2 लाख टन का उपभोग कर लेती है।

राष्ट्रीय स्तर की बात करें तो इन दोनों मिलों की बाजार हिस्सेदारी 30-35 फीसदी के बीच है। इस बीच एनएसईएल ने शनिवार को अनिवार्य डिलीवरी वाला नैफेड कॉटन लॉन्च किया।

इस अनुबंध का मतलब यह कि एनएसईएल में कपास के होने वाले अनुबंध में से सिर्फ उन्हीं को वितरण की अनुमति मिलेग जो नैफेड के मानकों पर खरे उतरेंगे।

एनएसईएल में नैफेड के हाजिर अनुबंध कारोबारियों, कपड़ा मिलों, आयातकों, निर्यातकों आदि के लिए फायदेमंद हैं। कपास का यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म कपास की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव से बचने के लिए कारोबारियों को निष्पक्ष और पारदर्शी कारोबारी सुविधाएं देने का वादा कर रहा है।

देश में कहीं भी मौजूद कोई भी खरीदार इस एक्सचेंज से लेन-देन कर सकते हैं, जबकि नैफेड इसके जरिए बगैर किसी खतरे के कपास की खरीद-बिक्री कर सकता है। इसके लिए एनएसईएल ने कपास के 11 अनुबंधों की रूपरेखा तैयार की है।

First Published - December 21, 2008 | 11:40 PM IST

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