साफ और सुरक्षित मांस उत्पादों के प्रोत्साहन हेतु सरकार ने राष्ट्रीय मांस और पोल्ट्री प्रसंस्करण बोर्ड के गठन प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में यह तय किया गया। बैठक के बाद गृह मंत्री पी चिदंबरम ने बताया कि बोर्ड का मुख्यालय […]
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ऑटो सेक्टर में छायी मंदी का असर अंतरराष्ट्रीय बाजार में अरंडी की मांग पर दिख रहा है। इस सेक्टर में अरंडी तेल के अनेक इस्तेमाल हैं, जैसे-ग्रीस और लुब्रिकेंट तैयार करने में। कारोबारियों का मानना है कि दुनिया की अर्थव्यवस्था और ऑटो उद्योग के मंदी की चपेट में आने से अरंडी तेल का निर्यात प्रभावित […]
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चालू रबी सीजन के दौरान दलहन का रकबा बढ़ने और चना के रकबे में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की खबरों ने इस बार आयात पर निर्भरता कम होने की उम्मीद जगा दी है। चना उत्पादन करने वाले प्रमुख राज्य राजस्थान और उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों से हल्की बारिश होने के कारण चना की मौजूदा फसल काफी […]
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रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद(जीजेईपीसी) ने मंदी की वजह से एक महीने पहले जो अपील की थी अब उसे सर्वसम्मति से वापिस ले लिया है। इस अपील में एक महीने तक कच्चे हीरे के आयात पर रोक लगाने की बात की गई थी। गौरतलब है कि परिषद ने वैश्विक बाजार खासकर अमेरिका में आई […]
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मौजूदा वैश्विक मंदी से भारतीय रसायन उद्योग को एक अनोखी चुनौती मिल रही है। भारतीय कंपनियों को वैश्विक रसायन आपूर्तिकर्ताओं से कड़ी टक्कर मिल रही है । जो इस विकासशील भारतीय बाजार में बड़ी मात्रा में मौजूद संभावनाओं को भुना रहे हैं। भारतीय उद्योग को यह शिकायत है कि सस्ते आयात के कारण पॉलिमर, पेट्रोकेमिकल […]
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अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्टील की कीमतें दरकते हुए अपनी बुलंदियों से 60 फीसदी लुढ़क चुकी है और घरेलू बाजार में भी यह 25 फीसदी फिसला है। ऐसे में आने वाले साल में स्टील इंडस्ट्री में मार्जिन का स्तर कमोबेश उसी तरह रहने के आसार हैं, जैसा उस समय था, जब इसकी कीमतें सातवें आसमान पर […]
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वैश्विक मंदी की मार जिन क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा हुई है, उनमें आधारभूत धातुओं (बेस मेटल) का नाम सबसे ऊपर आता है। जानकारों के अनुसार, 2009 की पहली छमाही में मांग घटने के चलते आधारभूत धातु उद्योग के जूझने के आसार हैं। हालांकि दूसरी छमाही में उत्पादन में हो रही मौजूदा कटौती का असर दिखने […]
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अगले साल यानी 2009 में सीमेंट की कीमतों में 15 रुपये प्रति बोरी की कमी होने की संभावना है। जानकारों के मुताबिक, सीमेंट का बुरा दिन अभी आने वाला है। अगले साल की पहले छमाही तो थोड़ा बेहतर भी रहेगा पर दूसरी छमाही बेहद बुरा बीतने वाला है। कीमतों में कटौती की वजह सीमेंट की […]
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रसायन बाजार का समीकरण बिगड़ चुका है। वर्ष 2008 के आरंभ में सब कुछ सही चल रहा था। कारोबार का रसायन तेज आंच पर अपना काम कर रहा था। अचानक चीन से आने वाले रसायन बाजार से गायब हो गये। घरेलू रसायन की निकल आयी और कीमत सातवें आसमान पर पहुंच गयी। तभी से रसायन […]
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प्लास्टिक बाजार साल भर ‘टाइट’ रहा। कभी कच्चे माल में भारी तेजी के कारण तो कभी मंदी के कारण। डॉलर की मजबूती ने भी प्लास्टिक को कमजोर बनाने में भूमिका निभायी। वर्ष 2007 के मुकाबले कारोबार में 25 फीसदी तक की गिरावट रही। आने वाले नए साल में भी प्लास्टिक बाजार की कोई नई तस्वीर […]
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