मलयेशिया में लगातार चौथे दिन पाम ऑयल के वायदा कारोबार में गिरावट आई। अमेरिका में इस साल सोयाबीन की बेहतरीन फसल होने को इसकी वजह समझा जा रहा है।
गौरतलब है कि अमेरिका दुनिया में सोयाबीन का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। वैसे भारत सहित कुछ और देशों में तेल की मांग को देखते हुए पाम ऑयल के व्यवयायियों को कुछ उम्मीद जरूर बंधी हुई है। वैसे पाम ऑयल में गिरावट की प्रमुख वजह सोयाबीन तेल की अच्छी फसल को समझा जा रहा है।
18 अप्रैल को कराये गये एक सर्वे में 29 में से 14 कारोबारियों ने माना कि अनुकूल मौसम, खासकर वर्षा में देरी के चलते इस बार में अमेरिका में सोयाबीन की खेती अच्छी होने का अनुमान है।
जकार्ता में बाजार के एक जानकार का कहना है कि हमें पाम ऑयल की बजाय सोयाबीन ऑयल में ज्यादा मुनाफा होने की उम्मीद है। जुलाई में पाम ऑयल के वायदा कारोबार में 3.3 फीसदी यानी 3,435 रिंगिट (1,093 डॉलर)प्रति मीट्रिक टन की गिरावट दर्ज की गई।