हरियाणा सरकार द्वारा डीजल पर वैट को 12.5 फीसदी से घटाकर 8.8 फीसदी करने से दिल्ली के पेट्रोल पंप वालों के लिए मुश्किल आ गई हैं।
उनके कारोबार में इस कदम के बाद काफी कमी आई है। फरीदाबाद और गुड़गांव की सीमा से लगने वाले पेट्रोल पंपों को इससे सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनकी बिक्री में रोजाना के हिसाब से 30 से 40 फीसदी की कमी आई है। गौरतलब है कि दिल्ली में अभी भी डीजल पर 12.5 फीसदी वैट हैं।
फरीदाबाद से दिल्ली आते हुए सबसे पहले बदरपुर बॉर्डर पर हिंदुस्तान पेट्रोलियम का ‘बदरपुर सर्विस स्टेशन’ नाम का पेट्रोल पंप पड़ता है। इसके मालिक कपिल सचदेवा कहते हैं कि फरीदाबाद में डीजल के लगभग 1.25 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता होने की वजह से लोग डीजल भराने के लिए फरीदाबाद का रुख कर रहे हैं। सचदेवा बताते हैं कि उनकी रोजाना 5,000 से 6,000 लीटर डीजल की बिक्री कम हुई है जिससे उनका कारोबार 30 फीसदी तक कम हो गया है।
वैसे पेट्रोल पंप मालिक इसको लेकर चुपचाप भी नहीं बैठे हुए हैं। पेट्रोल पंप मालिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पिछले हफ्ते दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल से मुलाकात करके अपनी शिकायत बताई थी। प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य के मुताबिक अग्रवाल ने उनको आश्वस्त किया था कि वह उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे और जल्द ही इस मामले में कुछ न कुछ फैसला लिया जाएगा।
वैसे अग्रवाल खुद इस मामले की नजाकत को समझते हैं, उन्हें मालूम है कि दिल्ली में इस साल चुनाव होने वाले हैं। तो इस मामले को वह ज्यादा लटका कर नहीं रख सकते। हरियाणा की मार से परेशान होने वाले एक और पेट्रोल पंप मालिक अनुज यादव कहते हैं कि हरियाणा में डीजल सस्ता होने से उनका धंधा बेहद मंदा हो गया है। उनका पेट्रोल पंप कापसहेड़ा बॉर्डर पर पड़ता है जो कि गुड़गांव के काफी नजदीक है।
वह बताते हैं कि पहले उनके पंप पर रोजाना एक लाख लीटर डीजल बिकता था लेकिन अब बिक्री घटकर महज 40,000 लीटर रोजाना की रह गई है। इस तरह देखें तो उनके कारोबार में सीधे-सीधे 60 फीसदी की कमी आई है। अनुज बताते हैं कि दिल्ली की तुलना में गुड़गांव में डीजल 1.16 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता है और जैसे-जैसे हाइवे पर आगे की ओर बढ़ते हैं, यह 1.30 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता है।
आजादपुर मंडी में स्थित ‘तेज सर्विस स्टेशन’ के मालिक रमेश यादव भी इससे नहीं बच पाए हैं। पहले उनके पंप पर रोजाना 60,000 लीटर डीजल रोज बिकता था जो अब महज 25,000 से 30,000 लीटर रोजाना ही रह गया है। उनका कहना है कि आजादपुर सब्जी मंडी में आने वाले हरियाणा के ट्रक पहले उनके पंप पर ही टंकी भरवाते थे लेकिन हरियाणा में डीजल सस्ता होने से अब वह दिल्ली के बजाय हरियाणा में ही डीजल भरवा रहे हैं।
दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन भी इस बात को लेकर बेहद चिंतित है। पिछले शनिवार को एसोसिएशन ने चेताया भी था कि यदि सरकार ने इस मामले में जल्द ही कुछ नहीं किया तो मजबूरी में उनको आंदोलन पर उतारू होना पड़ेगा। एसोसिएशन के एक पदाधिकारी का कहना है कि वैसे सरकार को भी इससे नुकसान ही हो रहा है।