इस साल प्राकृतिक रबर के उत्पादन में 6 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। रबर बोर्ड के मुताबिक, रबर की ऊंची उत्पादकता वाले और अच्छे किस्म के पेड़ लगाए जाने से अनुमान है कि इस साल रबर का कुल उत्पादन 8.75 लाख टन तक पहुंच जाएगा।
पिछले साल कई वजहों से प्राकृतिक रबर के उत्पादन में कमी आई थी। यह कमी 3.2 फीसदी की रही थी। वित्तीय वर्ष 2006-07 के दौरान जहां 8.53 लाख टन रबर का उत्पादन हुआ था, वहीं 2007-08 में केवल 8.25 लाख टन रबर पैदा किया गया। जानकारों के मुताबिक, मौसम के खराब होने, पत्तियों के गिरने और पेड़ों में कीड़े लगने से पिछले सीजन में रबर के उत्पादन पर फर्क पड़ा था।
हालांकि, पिछले साल की दूसरी छमाही यानी अक्टूबर 2007 से सूचना मिलने लगी कि रबर की उत्पादकता में वृद्धि हुई है। पिछले वित्तीय वर्ष में उत्पादन के गिरने के बावजूद प्राकृतिक रबर के निर्यात में वृद्धि दर्ज की गई। 2006-07 में 56,545 टन रबर का निर्यात किया गया था। उत्पादन कम होने के बावजूद पिछले वित्तीय वर्ष में रबर का निर्यात बढ़कर 60,280 टन हो गया।
सूत्रों के मुताबिक, यद्यपि पिछले साल अगस्त से अक्टूबर के बीच डॉलर में कमजोरी और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कीमतों में अंतर के चलते रबर के निर्यात में कमी आयी थी। इसके बावजूद रबर के कुल निर्यात में वृद्धि हुई। दूसरी ओर, रबर के आयात में कमी आयी। 2006-07 में रबर का आयात 89,699 टन हुआ था जबकि 2007-08 में 89,295 टन रबर का आयात हुआ। रबर बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल रबर उत्पादकों के कल्याण पर 3.10 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इस साल तय किया गया है कि इस मद में 2.80 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।