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रेकॉर्ड 40 लाख टन तक पहुंच सकता है चीनी निर्यात

Last Updated- December 07, 2022 | 12:45 PM IST

देश का चीनी निर्यात मध्य जून तक करीब दोगुना होकर 35 लाख टन के रेकॉर्ड स्तर को छू लिया है। विशेषज्ञों के मुताबिक सितंबर तक खत्म होने वाले मौजूदा सीजन में चीनी का निर्यात 40 लाख टन को पार कर सकता है।


विशेषज्ञों के मुताबिक, मध्य जून तक चीनी का जो निर्यात हुआ है उसमें कच्ची चीनी का योगदान सबसे ज्यादा 63 फीसदी का रहा। इसमें कच्ची चीनी का निर्यात करीब 22 लाख टन जबकि तैयार चीनी का निर्यात 13 लाख टन से अधिक रहा। पिछले सीजन में देश से 18 लाख टन चीनी निर्यात की गई थी। इन जानकारों के अनुसार, जून मध्य से लेकर सितंबर अंत तक और 5 लाख टन चीनी निर्यात होने की उम्मीद है।

गौरतलब है कि चीनी का सीजन अक्टूबर से सितंबर तक चला करता है। जानकारों की मानें तो चीनी निर्यात में दोगुनी बढ़त की वजह निर्यात के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता है। केंद्र सरकार ने बीते सीजन के दौरान तटीय इलाकों में स्थित चीनी मिलों को 1,350 रुपये प्रति टन और सुदूर इलाकों में स्थित मिलों को 1,450 रुपये प्रति टन की सहायता दी है। देश में चीनी के बंपर उत्पादन के बाद मिलों ने नए रास्ते तलाशे हैं। अब तक भारत तैयार चीनी का ही निर्यात करता रहा है पर पिछले सीजन से खाड़ी के देशों में कच्ची चीनी भेजकर इसने ब्राजील के समक्ष तगड़ी चुनौती पेश की है।

2006-07 में देश में 2.82 करोड़ टन चीनी का उत्पादन हुआ था। जबकि इस सीजन में देश में 2.67 करोड़ टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है। इस जून में ही इसका उत्पादन 2.5 करोड़ को पार कर चुका है। देश में चीनी की औसत सालाना खपत 2 करोड़ टन की है। देश में मांग से ज्यादा उत्पादन होने से चीनी की घरेलू कीमत में एक ठहराव की स्थिति होती है जिससे आम उपभोक्ता को फायदा ही पहुंचता है। फिलहाल देश में चीनी का भाव प्रति किलो 17 रुपये से अधिक है।

First Published - July 22, 2008 | 10:36 PM IST

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