Sugar Price: चीनी निर्यात (sugar export) को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। भारत सरकार अक्टूबर से शुरू होने वाले शुगर सीजन में चीनी के एक्सपोर्ट पर रोक लगा सकती है। रॉयटर्स ने सरकारी सूत्रों के हवाले से ये खबर दी है।
खबरों के अनुसार, इस साल सीमित बारिश होने के कारण गन्ने की उत्पादन पर असर देखने को मिल सकता है। ऐसे में चीनी की कीमतों को नियंत्रण करने के लिए सरकार यह फैसला ले सकती है।
बता दें कि 2016 में भारत सरकार ने चीनी के निर्यात पर 20 फीसदी का टैक्स लगाया था।
यह भी पढ़ें: Sugar price: त्योहारी सीजन से पहले चीनी पर सख्त सरकार, कीमत नियंत्रित करने की कवायद शुरू
ऐसी खबरें सामने आ रही है कि भारत से चीनी नहीं पहुंचने के कारण न्यूयॉर्क और लंदन में शुगर प्राइस बढ़ सकती है। पहले के मुकाबले चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है और यह कई साल की ऊंचाई पर पहुंच गई है। अगर चीनी की कीमतें बढ़ती है तो वैश्विक खाद्य बाजार में महंगाई बढ़ जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल सरकार का फोकस है भारत में चीनी के दामों को नियंत्रण में रखना। इसके अलावा, सरकार अतिरिक्त गन्ने से एथेनॉल (ethanol) के उत्पादन के लिए भी अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश करेगी। बताते चलें कि 30 सितंबर तक चीनी मिलों को केवल 61 लाख टन Sugar Export करने की परमिशन मिली थी।
वहीं, पिछले साल 1.11 करोड़ टन एक्सपोर्ट को मंजूरी मिली थी।
यह भी पढ़ें: सोयाबीन पेराई 32 फीसदी बढ़ी, कैरी फॉरवर्ड स्टॉक पहुंच सकता है उच्च स्तर पर
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र और कर्नाटक के कई क्षेत्रों में बारिश औसत से 50 फीसदी कम हुई है। इन दोनों राज्यों से भारत में चीनी उत्पादन का 50 फीसदी योगदान है।
सीमित बारिश के कारण इस साल देश में चीनी का उत्पादन 3.30 फीसदी गिरकर 3.17 करोड़ टन पर रह सकता है।
इस हफ्ते चीनी के भाव पिछले दो साल के हाई लेवल पर आ गए हैं, जिसके बाद सरकार ने चीनी मिलों को 1 लाख टन चीनी की अतिरिक्त सप्लाई के आदेश दिए हैं। इससे पहले सरकार चावल औ प्याज की कीमतों पर काबू रखने के लिए एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध का ऐलान कर चुकी है।
यह भी पढ़ें: किसानों से 2 लाख टन प्याज खरीदेगी सरकार, 2,410 रुपये प्रति क्विंटल होगा भाव